हमीरपुर: पुलिस जीप चला रहे दारोगा ने बच्चे को रौंदा, प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज, ग्रामीण करेंगे चुनाव का बहिष्कार

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में पुलिस जीप की टक्कर से 12 साल के बच्चे की मौत हो गई. यह घटना शनिवार शाम को राठ इलाके में हुई. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने हंगामा करते हुए रास्ता जाम कर दिया. प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. पुलिस की लाठीचार्ज के दौरान कुछ मीडियाकर्मी और प्रदर्शनकारी जख्मी हो गए. दरअसल, पुलिस जीप को दारोगा चला रहा था. जिसने सड़क के किनारे खेल रहे एक 12 साल के बच्चे को कुचल दिया. जीप की चपेट में आने से बच्चे को खून की उल्टियां होने लगी. यह देखकर मौके पर मौजूद लोगों ने घेरकर थाने की जीप को रोक लिया और दारोगा की जमकर पिटाई कर दी. आनन-फानन में बच्चे को उपचार के लिए सीएचसी ले जाया गया, जहां हालत नाजुक देख डॉक्टर ने बच्चे को झांसी रेफर कर दिया.


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इस घटना से मोहल्लेवासियों का आक्रोश फूट पड़ा और उन्होंने सड़क पर पत्थर डालकर जाम लगा दिया. इतना ही नहीं सैकड़ों महिलाएं पुलिस की जीप के आगे बैठ गई और रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ आरोपी दारोगा का मेडिकल कराने की मांग पर अड़ गई. दारोगा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने और घायल बच्चे के समुचित उपचार के आश्वासन पर करीब 3 घंटे बाद जाम खोला जा सका.


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यहां पढ़े पूरा मामला

हमीरपुर जिले के एक कस्बे के मोहल्ला डुमरियापुरा (दीवानपुरा) निवासी रामू अहिरवार पुत्र कृष्णगोपाल की हालत काफी खराब है. वह प्रतिदिन मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करता है. उसके 3 बच्चों में सबसे बड़ा पुत्र राजा (12) शनिवार की शाम करीब 3 बजे अपने घर के पास खेल रहा था. तभी तेज रफ़्तार से गुजरी मझगंवा थाने की जीप ने खेल रहे बच्चे को कुचल दिया. यह देखकर वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया. मोहल्लेवासी दौड़कर मौके पर पहुंचे और जीप को घेरकर दारोगा को पकड़ लिया. इतना ही नहीं गुस्साई भीड़ ने दारोगा की जमकर पिटाई कर दी और जीप के चारों पहियों की हवा निकाल दी. मोहल्लेवासियों का कहना था कि शराब के नशे में धुत्त दारोगा ने बालक को कुचला है. जीप का पहिया चढ़ने के कारण बालक खून की उल्टियां करने लगा. वहीं इस घटना से गुस्साए लोगों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए सड़क पर पत्थर डालकर जाम लगा दिया. इसी बीच सूचना पाकर मौके पर पहुंची राठ थाने की पुलिस के कुछ सिपाही आरोपी दारोगा को चुपके से ले गए.


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इसी बीच भीड़ में मौजूद कांग्रेस नेता गोविंद अहिरवार ने फोन पर एसपी हमीरपुर से वार्ता करते हुए पूरी घटना बताई. जिसके बाद एसपी ने स्थानीय पुलिस को मौके पर पहुंचकर भीड़ को समझाकर जाम खुलवाने के लिए कहा. लेकिन गुस्साई भीड़ को देखकर पुलिस के पसीने छूट गए. मौके पर पहुंचे कोतवाल राठ मनोज शुक्ला भीड़ को समझाकर जाम खुलवाने का प्रयास करते रहे. लेकिन गुस्साई भीड़ ने एक नहीं सुनी. आरोपी दारोगा शिवम पाण्डेय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने तथा घायल बच्चे के समुचित उपचार के आश्वासन के जाम खुला.



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आरोप है कि पुलिस ने जाम खुलवाने के लिए चुनाव डयूटी में आए पीएसी जवानों की मदद ली. इस दौरान झड़प हुई तो पीएसी जवानों ने लाठीचार्ज कर दिया और ग्रामीणों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. वहीं, एसडीएम सुरेश पाल ने कहा कि उन्होंने लाठीचार्ज का आदेश नहीं दिया था. दूसरी तरफ पुलिस की कार्रवाई से स्थानीय लोगों में आक्रोश है. उन्होंने ऐलान किया है कि अगर सरकार ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो 29 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे.


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