यूपी: जब सिपाही की बेटी बनी कोतवाल, बेहद समझदारी से निपटाए विवाद

पूरे उत्तर प्रदेश में नारी सशक्तीकरण के लिए मिशन शक्ति चलाया जा रहा है। इसी के अन्तर्गत हर थाने पर महिला डेस्क बनाई गई है। लखीमपुर खीरी में इसी अभियान के चलते एक सिपाही की बेटी शहर का कोतवाल बनाया गया। दो घंटे को पूरे कोतवाली की कमान उसके हाथ में थी। इस दौरान जो भी मामले और शिकायतें आईं उनको सिपाही की बिटिया ने बड़ी सूझबूझ से निपटाया।


जब सिपाही की बेटी बनी कोतवाल

जिले के एसपी विजय ढुल ने बताया कि बेटियों का मनोबल बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया गया। शनिवार को जिले के सभी थानों पर दो घण्टे के किए बेटियां थानेदार रही। अपनी सूझबूझ से बेटियों ने कुछ अहम फैसले लिए हैं। जो वाकई में काबिले तारीफ है।


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इसी मिशन के अन्तर्गत जिले के सभी थानों में दो घण्टे के लिए बेटियों का राज रहा। पुलिस लाइन में रहने वाली छात्रा सुहानी सिंह गौड़ ने शहर कोतवाली की कमान संभाली। सुहानी सिपाही वीर सिंह गौड़ की बेटी हैं, जो इन दिनों हरदोई में तैनात हैं। सुहानी आजमानी इंटर कालेज में कक्षा 9 की छात्रा है। नामित कोतवाल सुहानी ने कोतवाली का मुआयना किया। महिला हेल्प डेस्क देखी।


पक्षों में कराया समझौता

कुर्सी पर बैठते ही सुहानी के सामने शहर की गुड़मंडी का एक मामला आया। इसमें भाइयों का विवाद है। महिला ने अपने देवर पर मारपीट का आरोप लगाया था। सुहानी ने दोनों पक्ष की बात सुनी और अपनी सूझबूझ से कार्रवाई करने का फैसला लिया। लेकिन तब तक दोनों पक्ष समझौते को तैयार हो गए। दोनों का लिखा पढ़ी में समझौता हो गया। आगे विवाद होने पर पुलिस ने सख्त कार्रवाई करने की हिदायत दी है।


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