उत्तर प्रदेश के कानपुर बिकरू कांड में शहीद हुए सीओ देवेन्द्र मिश्रा की बेटी ने मृतक आश्रित कोटे से नौकरी के लिए आवेदन कर दिया है। दरअसल, शहीद सीओ की बड़ी बेटी ने दारोगा के पद के लिए आवेदन किया हैं। जिसके चलते उससे जरूरी दस्तावेज तैयार करने को कहा गया है। यूपी में इससे पहले भी कई पुलिसकर्मियों के मृतक आश्रितो को नौकरी मिल चुकी है।
एसएसपी दफ्तर में दिया आवेदन
जानकारी के मुताबिक, कानपुर एनकाउंटर में शहीद हुए कई पुलिसकर्मियों के आश्रित पहले ही नौकरी के लिए अर्जी दे चुके हैं। कईयों की परीक्षा भी हो चुकी है। इससे पहले उसी एनकाउंटर में शहीद हुए अनूप सिंह की पत्नी नीतू, राहुल की पत्नी दिव्या, सुल्तान की पत्नी उर्मिला और बबलू के भाई उमेश ने मृतक आश्रित के तहत नौकरी के लिए आवेदन किया था। उनकी शारीरिक मानक परीक्षा हो चुकी है। दौड़ परीक्षा के लिए जल्द ही उन्हें बुलाया जाएगा।
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वहीं दूसरी तरफ शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्रा की बड़ी बेटी वैष्णवी ने भी हाल ही में स्नातक की परीक्षा पास कर ली थी। जिसके बाद वैष्णवी ने मां आशा मिश्रा व एक रिश्तेदार के साथ एसएसपी दफ्तर पहुंचकर दारोगा की नौकरी के लिए आवेदन किया। दफ्तर के बाबू ने बताया कि परिवार से कुछ जरूरी दस्तावेज और मांगे गए हैं। सभी कागज आने के बाद फाइल को आगे भेज दिया जाएगा। वहीं सीओ के रिश्तेदार उनकी बेटी के लिए शासन से राजपत्रित अधिकारी की नौकरी देने की मांग लगाने की तैयारी में हैं।
दो जुलाई को हुए थे शहीद
बता दें कि दो जुलाई की रात कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। पुलिस की टीम कुख्यात विकास दुबे को पकड़ने उसके गांव बिकरू गई थी। घात लगाकर बैठे बदमाशों ने हमला कर दिया। जिसमें 8 जवान शहीद हो गए थे। शहीद पुलिसकर्मियों में क्षेत्राधिकारी बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा भी शामिल थे। सीएम योगी ने शहीद सीओ के परिजनों को मदद का भरोसा दिया था। इसके साथ ही शहीद सीओ की बेटी की पढ़ाई में हरसंभव मदद करने की बात भी कही थी।
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