Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 की मौत, 20 से अधिक घायल, जांच के आदेश और मुआवजे का ऐलान

राजधानी के बिजी रेलवे स्टेशनों में शुमार नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात को भारी अफरा-तफरी के बीच मची भगदड़ (Delhi Railway Station Stampede) में 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। रेलवे प्रशासन ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश जारी किए हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के उपराज्यपाल और कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी सहित कई नेताओं ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

कैसे मची भगदड़? प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई आपबीती

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, ‘स्टेशन पर जबरदस्त भीड़ थी। फुटओवर ब्रिज पर लोग एक-दूसरे से धक्कामुक्की कर रहे थे। प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा होते ही स्थिति बेकाबू हो गई। इतनी भीड़ मैंने त्योहारों पर भी नहीं देखी थी। एनडीआरएफ की टीम मौके पर थी, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा थी कि उसे नियंत्रित नहीं किया जा सका।’

वहीं, दूसरे प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, ‘घोषणा हुई कि जो ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 12 पर आने वाली थी, अब प्लेटफॉर्म 16 पर आएगी। इस बदलाव से दोनों ओर से भीड़ फुटओवर ब्रिज पर उमड़ पड़ी और भगदड़ मच गई। कई लोग सीढ़ियों पर गिर गए और दबकर जान गंवा बैठे।’

कुली ने बयां किया दर्दनाक मंजर

स्टेशन पर वर्षों से कुली का काम कर रहे एक व्यक्ति ने कहा, ‘मैं 1981 से यहां काम कर रहा हूं, लेकिन ऐसी भीड़ कभी नहीं देखी। प्रयागराज स्पेशल ट्रेन को प्लेटफॉर्म 12 से 16 पर शिफ्ट किया गया। जब भीड़ एक साथ 16 नंबर प्लेटफॉर्म की ओर बढ़ी, तब यह हादसा हुआ। हमने 15 शवों को एंबुलेंस में रखा और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। प्लेटफॉर्म पर जगह-जगह जूते और कपड़े बिखरे पड़े थे।’

1,500 टिकटों की बिक्री और ट्रेन में देरी बनी वजह

सूत्रों के अनुसार, प्रयागराज जाने वाली एक स्पेशल ट्रेन की देरी और 1,500 से अधिक जनरल टिकटों की बिक्री ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। महाकुंभ 2025 के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्टेशन पर जुटी थी, लेकिन भीड़ नियंत्रण में नाकाम रही।

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मृतकों की पहचान और मुआवजे का ऐलान

घटना में जान गंवाने वाले 18 लोगों की पहचान की जा चुकी है। मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल हुए लोगों को 2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।

मृतकों की सूची:

आहा देवी (79), बक्सर, बिहार

पिंकी देवी (41), संगम विहार, दिल्ली

शीला देवी (50), सरिता विहार, दिल्ली

व्योम (25), बवाना, दिल्ली

पूनम देवी (40), सारण, बिहार

ललिता देवी (35), परना, बिहार

सुरुचि (11), मुजफ्फरपुर, बिहार

कृष्णा देवी (40), समस्तीपुर, बिहार

विजय साह (15), समस्तीपुर, बिहार

नीरज (12), वैशाली, बिहार

शांति देवी (40), नवादा, बिहार

पूजा कुमार (08), नवादा, बिहार

संगीता मलिक (34), भिवानी, हरियाणा

पूनम (34), महावीर एन्क्लेव, दिल्ली

ममता झा (40), नांगलोई, दिल्ली

रिया सिंह (07), सागरपुर, दिल्ली

बेबी कुमारी (24), बिजवासन, दिल्ली

मनोज (47), नांगलोई, दिल्ली

रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने और अनावश्यक भीड़भाड़ से बचने की अपील की है। घटना की जांच रिपोर्ट आने के बाद जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।

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