Delhi Stampede: अखिलेश यादव ने कहा- मौत का सच छिपाने का पाप न करे सरकार, शवों को सम्मानपूर्वक घर पहुंचाने का करें इंतजाम

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ (Delhi Stampede) मचने से बड़ा हादसा हो गया। प्रयागराज महाकुंभ के लिए रवाना होने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने से अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक लोग घायल हो गए। हादसे के बाद रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार ने स्टेशन का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दुख जताया है। वहीं, सपा चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इस हादसे पर दुख जताते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

मौत का सच छिपाने का पाप न करे भाजपा सरकार

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, ‘दिल्ली में महाकुंभ के श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हृदयविदारक है। सरकार में बैठे लोगों को राजनीतिज्ञ नहीं एक उस परिवारवाले की तरह सोचना होगा जिसने अपने माँ-बाप, भाई-बहन, बच्चे और नाते-रिश्तेदार खोये हैं। मृतकों के शवों को ससम्मान उनके परिजनों तक पहुँचाने का ईमानदार इंतज़ाम किया जाए और घायलों को सर्वश्रेष्ठ उपचार उपलब्ध कराया जाए। भाजपा सरकार मौत का सच छुपाने का पाप न करे।’

प्रचार पर अरबों बहा सकते हैं तो मृतकों के परिजनों को क्यों नहीं दे सकते?

महाकुंभ के श्रद्धालुओं से भरी बसों व अन्य वाहनों के एक्सीडेंट की ख़बरे प्रतिदिन बढ़ रही हैं। जो बेहद दुखद है। इसके पीछे मुख्य कारण ये है कि भारी जाम व अव्यवस्था के कारण ड्राइवरों की हालत बहुत ख़राब है। न उनकी थकान उतर रही है न नींद पूरी हो रही है। ऐसे में वो अर्द्ध निद्रा की अवस्था में वाहन चला रहे हैं जिससे दुर्घटनाएँ हो रही हैं। साथ ही सड़कों पर पैदल चलनेवालों को बचाने की भी चुनौती है। इसलिए ध्यान भटकते ही मौतें हो रही हैं।

इसका समाधान सिर्फ़ अच्छी व्यवस्था है, जो सरकार ही कर सकती है पर कर नहीं पा रही है। महाकुंभ यात्रा पर निकले उन सभी मृतक श्रद्धालुओं को एक समान माना जाए जो भगदड़, एक्सीडेंट या घुटन आदि कारणों से अलग-अलग जगह पर मारे गये हैं और इसके लिए उनके परिजनों को मुआवज़ा दिया जाए। सभी घायलों को भी उपचार के साथ-साथ क्षतिपूर्ति राशि दी जाए। केंद्र और राज्य सरकार इसके लिए विभिन्न कोषों से पैसा उपलब्ध कराएं। जब अरबों रुपये प्रचार पर बहाये जा सकते हैं तो शोक संतप्त परिजनों के लिए सांत्वना के रूप में क्यों नहीं दिये जा सकते हैं।

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सीएम योगी ने जताया शोक

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे पर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हादसे में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले।

कैसे हुई भगदड़?

शनिवार रात करीब 8:30 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 14/15 पर भगदड़ मच गई। प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनों का इंतजार कर रहे यात्रियों की भीड़ बढ़ती जा रही थी, लेकिन ट्रेनें लेट थीं। इसी दौरान वाराणसी जाने वाली शिवगंगा एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म पर पहुंच गई, जिससे भीड़ और अधिक बढ़ गई। कोई सुरक्षा या व्यवस्था न होने के कारण धक्का-मुक्की शुरू हो गई और भगदड़ मच गई। कई लोग गिर गए और भीड़ के दबाव में कुचल गए।

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत, 12 घायल

बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
  • लोकनायक अस्पताल ने 10 महिलाओं सहित 15 लोगों की मौत की पुष्टि की।
  • लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में तीन और मौतें हुईं।
  • कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
सरकार ने दिए जांच के आदेश

रेलवे ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की गई है। पुलिस और प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए हैं।

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