उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरु हो गयी है. इसी क्रम में डीजीपी मुकिल गोयल ने प्रदेश भर के पुलिस अफसरों को निर्देश दिये हैं कि वो हर हालत में चुनाव से पहले अपने इलाकों के छोटे मोटे विवादों को सुलझा लें. ताकि चुनाव के दौरान किसी तरह की कोई गड़बड़ी ना होने पाये. उन्होने कहा कि एसे मामलों के निस्तारण के लिए सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम एस-10 का प्रयोग किया जा सकता है.
डीजीपी ने दिये सख्त निर्देश
जानकारी के मुताबिक, बृहस्पतिवार डीजीपी ने अपने निर्देश में कहा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन से जुड़े व छोटे झगड़े अकसर बड़ा रूप ले लेते हैं. ऐसे मामलों के निस्तारण के लिए सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम एस-10 का प्रयोग किया जा सकता है. इसमें क्षेत्र के 10 संभ्रांत लोगों की समिति की मदद लेकर मामले निस्तारित कराए जा सकते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में इस कमेटी का स्लोगन भी तय किया गया है ‘गांव का झगड़ा गांव में सुलझाएं, कोर्ट कचहरी हम क्यों जाएं’.
बीट इंचार्ज को सौंपी जिम्मेदारी
डीजीपी ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में शांति व्यवस्था और आपसी सौहार्द बनाए रखने के लिए इस कमेटी का इस्तेमाल किया जा सकता है. बीट इंचार्ज माह में कम से कम एक दिन गांव-मोहल्ले में जाकर जाकर एस-10 की मीटिंग करें. इसके अलावा हर गांव के एस-10 सदस्यों का वाट्सएप ग्रुप बनाया जाए, जिसमें संबंधित गांव के विवादों की जानकारी कम से कम समय में पुलिस को हो जाए. उन्होंने बीट से लेकर थानेदार तक को बेसिक पुलिसिंग के निर्देश दिए हैं.