सीएम योगी के नेतृत्व में यूपी में महिला सुरक्षा के लिए मिशन शक्ति चलाया जा रहा है। इसी के अंतर्गत सभी जिलों की महिला सिपाहियों पर बड़ी जिम्मेदारी आ गई है। झांसी डीआईजी के आदेश के बाद अब समय-समय पर उनके घर पर जाकर महिला बीट ऑफिसर उनसे हालचाल पूछेंगी, जिसके बाद अब अकेली रहने वाली महिलाएं अपने को असुरक्षित महसूस नहीं कर सकेगी। पुलिस के इस कदम से महिला संबंधी अपराधों पर भी लगाम कस पाएगी।
महिला सिपाहियों पर आई ये जिम्मेदारी
जानकारी के मुताबिक, मिशन शक्ति फे़ज-3 को लेकर महिला सिपाहियों को भी बीट आवंटित कर दी गयी हैं। महिला सिपाही उस क्षेत्र में रहने वाली अकेली और असहाय महिलाओं की सूची बनाएंगी। इसके बाद समय-समय पर उनके घर पर जाकर कुशलक्षेम लेगी। इसके साथ ही महिलाओं से जुड़े अपराध में शामिल आरोपियों की भी सूची बनायी जाएगी और उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। अगर वह अपराध में लिप्त हैं तो उन पर कार्यवाही की जाएगी।
डीआईजी ने बताया ये
डीआईजी जोगेन्द्र कुमार ने बताया कि महिला सिपाहियों की 156 बीट बनायी गयी हैं। प्रत्येक बीट पर दो महिला सिपाही होगी। इस प्रकार इस काम में 312 महिला सिपाही बीट पर काम करेगी। वह महिला सम्बन्धी अपराध को लेकर गाँव का भ्रमण करेगी और बलात्कार, चेन स्नैचिंग, छेड़खानी जैसे अपराधों पर रोक लगाएगी। यह अभियान 31 दिसम्बर तक लगातार जारी रहेगा।
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