कांग्रेस (Congress) सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह चुनाव निष्पक्ष नहीं था, बल्कि इसमें सुनियोजित तरीके से गड़बड़ियां की गईं। दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के कानूनी सम्मेलन में बोलते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि अब उनके पास इस गड़बड़ी को साबित करने के लिए ठोस दस्तावेज़ और डेटा मौजूद हैं। उन्होंने कहा, ‘हम इसे साबित करके दिखाएंगे कि चुनाव में हेराफेरी हुई थी।’
वोटर लिस्ट में 1.5 लाख फर्जी नामों का दावा
राहुल गांधी ने एक लोकसभा सीट का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां की वोटर लिस्ट में 6.5 लाख मतदाताओं में से 1.5 लाख फर्जी पाए गए। उनका कहना है कि यह कोई एक मामले की बात नहीं है, बल्कि यह एक सुनियोजित योजना का हिस्सा है जो व्यापक स्तर पर लागू की गई। उन्होंने कांग्रेस के विधि विभाग द्वारा आयोजित सम्मेलन में यह बात जोर देकर कही।
15-20 सीटें कम होतीं तो मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनते
बीजेपी की जीत पर सवाल उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर 15 से 20 सीटें कम हो जातीं, तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते। उन्होंने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि आयोग अब स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर रहा। उन्होंने कहा की , भारत में चुनाव आयोग अब मर चुका है ।
2014 से उठ रहा था शक, अब मिले सबूत
राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें 2014 से ही चुनाव प्रक्रिया पर संदेह था, जो गुजरात विधानसभा चुनाव के समय और गहरा हो गया। उन्होंने कहा कि राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों में कांग्रेस का एक भी सीट न जीत पाना बेहद चौंकाने वाला था। उन्होंने यह भी कहा कि पहले जब वे इस पर बात करते थे, तो लोगों की प्रतिक्रिया होती थी ‘सबूत कहां है?’ लेकिन अब वह सबूत उनके पास हैं।
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महाराष्ट्र बना टर्निंग पॉइंट
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र को इस पूरे मामले का टर्निंग पॉइंट बताया। उन्होंने कहा कि लोकसभा में जीत के बाद जब विधानसभा चुनाव हुआ, तो कांग्रेस की बुरी हार हुई। जांच में सामने आया कि उस दौरान एक करोड़ नए वोटर जोड़े गए, जिनमें से ज्यादातर वोट बीजेपी को मिले। राहुल गांधी ने कहा कि अब कोई शक नहीं बचा कि यह चुनाव प्रक्रिया प्रभावित हुई थी। उन्होंने इस मुद्दे को कानूनी और राजनीतिक दोनों स्तरों पर उठाने की बात कही है।