ED की आगरा, नोएडा व मथुरा में बिल्डर के ठिकारों पर छापेमारी, 1 करोड़ से अधिक कैश बरामद

लखनऊ: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बीते दिन उत्तर प्रदेश के आगरा, मथुरा और नोएडा में कल्पतरु ग्रुप ऑफ कंपनीज द्वारा चलाए जा रहे पोंजी स्कीम और मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) घोटाले के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। इस मामले में मुख्य आरोपी दिवंगत जय किशन राणा की पत्नी मिथिलेश सिंह और उनके करीबी सहयोगियों, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, दलालों तथा एजेंटों के 16 ठिकानों पर छापेमारी की गई।

ईडी द्वारा जिन ठिकानों पर छापेमारी की गई, उनमें सुमन प्रभा शर्मा, देवेंद्र गर्ग, हरेंद्र टार्कर, रामवीर टार्कर, प्रखर गर्ग, शिवम अग्रवाल और अन्य का नाम शामिल है। छापेमारी के दौरान ईडी ने ₹1.02 करोड़ नकद, 88 अचल संपत्तियों के दस्तावेज, बिक्री विलेख और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए हैं, जिनसे इस पोंजी स्कीम में शामिल अन्य लोगों की भूमिका का पता चलने की उम्मीद है।

मामले का विवरण

कल्पतरु ग्रुप ऑफ कंपनीज ने निवेशकों को बड़े मुनाफे का झांसा देकर उन्हें ठगा। इस पोंजी स्कीम में मल्टी-लेवल मार्केटिंग के माध्यम से लोगों को जोड़ा गया और उन्हें आकर्षक रिटर्न का वादा किया गया। मुख्य आरोपी जय किशन राणा की मौत के बाद उनकी पत्नी मिथिलेश सिंह को इस नेटवर्क को चलाने में शामिल पाया गया है। इसके अलावा, उनके करीबी सहयोगी और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स भी इस घोटाले में संलिप्त बताए जा रहे हैं।

ईडी ने जब्त की गई नकदी और संपत्तियों के दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है, और माना जा रहा है कि इस घोटाले से जुड़े अन्य नाम और संपत्तियां भी सामने आ सकती हैं।

निवेशकों को चेतावनी

ईडी की यह कार्रवाई पोंजी स्कीम और MLM के जरिए फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोहों के खिलाफ महत्वपूर्ण मानी जा रही है। ईडी ने जनता से सतर्क रहने और इस तरह की स्कीमों में निवेश करने से बचने की अपील की है।

आगे की कार्रवाई

ईडी अब जब्त किए गए दस्तावेजों और डिजिटल साक्ष्यों का गहन विश्लेषण करेगी और इसके बाद इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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