बॉलीवुड एक्ट्रेस पायल रोहतगी (Payal Rohatgi) के एक ट्वीट को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. पायल ने दिल्ली एंटी सीएए हिंसा मामले में गिरफ्तार जामिया मिलिया इस्लामिया की एमफिल छात्रा सफूरा जरगर (Safura Zargar) को लेकर लेकर टिप्पणी की थी जिसके बाद लोगों ने अभिनेत्री को मॉस रिपोर्ट किया और ट्विटर ने उनका एकाउंट 7 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया. अभिनेत्री पर कार्रवाई के बाद कई यूजर्स उनके समर्थन में उतर आए औऱ ट्विटर पर #ISupportPayalRohatgi टॉप ट्रेंड करने लगा. इस ट्रेंड पर अब तक करीब 10 हजार ट्वीट्स हो चुके हैं.
पायल रोहतगी के एकाउंट सस्पेंशन मामले पर सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत पटेल उमराव ने ट्विटर पर चीन और अरब के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “दिल्ली के दंगाइयों के बारे में लिखने पर @Payal_Rohatgi जी का हैंडल @Twitter द्वारा 7 दिन के लिए ससपेंड कर दिया गया है। सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अरब व चीनी निवेश के दबाव में कार्य कर रहे हैं। Dear @TwitterIndia, Kindly restore this account.”.
वहीं इस मामले को लेकर पायल रोहतगी का कहना है कि जो लोग देश तोड़ने की बात कहते हैं उन्हें कुछ नहीं होता वहीं अगर देश के खिलाफ षड्यंत्र रचने वालों के खिलाफ पायल कुछ कहती है तो उसका ट्विटर एकाउंट सस्पेंड कर दिया जाता है. पायल जब मोतीलाल नेहरू की पीढ़िया गिनवाती है तो उसे जेल भेज दिया जाता है. मगर स्वरा भास्कर जैसे लोगों को जेल नहीं भेजा जाता है क्योंकि देश को जलाना सही है मगर मोतीलाल नेहरू की पीढ़िया गिनाना गलत है. उन्होंने कहा कि ये है ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म की सच्चाई, पता नहीं क्यों हम ऐसे प्लेटफॉर्म को अपने देश में पलने देते हैं.
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