Review: बदले के प्रतिशोध में जल रहे नागा साधु की कहानी है ‘लाल कप्तान’

बॉलीवुड: इंडस्ट्री के नवाब सैफ अली खान की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘लाल कप्तान’ का इंतज़ार काफी समय से चल रहा था. इस फिल्म के लिए काफी लंबा इंतज़ार किया गया और 18 अक्टूबर को यह इंतज़ार खत्म हुआ यानी यह फिल्म सिनेमा घरों में रिलीज़ ही चुकी है. यह फिल्म एक अघोरी बाबा पर आधारित है जो बदले की आग में जल रहा है. नवदीप सिंह द्वारा निर्देशित इस फिल्म में सैफ अली खान के अलावा सोनाक्षी सिन्हा, मानव विज, दीपक डोबरियाल और जोया हुसैन भी अहम भूमिकाओं में हैं.


सैफ अली खान की फिल्म ‘लाल कप्तान’ की कहानी कुछ यूँ है, सन 1764 के बक्सर के युद्ध के 25 साल बाद 18वीं सदी के आखिरी समय तक की है. फिल्म में सैफ अली खान ‘सरीखा नागा साधु’, मानव विज ‘रहमत खान’, दीपक डोबरियाल ‘खबरी’, सोनाक्षी सिन्हा ‘नूर बाई’ और जोया हुसैन एक मिस्ट्री वुमन के किरदार में हैं. फिल्म कहानी को ठीक उसी समय से बुना गया है, जब अंग्रेज धीरे-धीरे भारत में अपनी जड़ें मजबूत करने में जुटे थे, जब मराठे, रुहेलखंडी और नवाब सारे आपस में लड़ रहे थे. एक तरफ जहां, मार-काट मची हुई थी, वहीं सरीखा नागा साधु जिसे लोग गोसांई कहते थे, वह अपनी एक अलग राह पर चल रहा था.


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कहानी गोसांई बदले की आग में जल रहा था. उसे रहमत खान से बदला लेना था और वह उसी की खोज में जुटा हुआ था. गोसांई रहमत को जान से मारना चाहता था, क्योंकि फ्लैशबैक से पता चलता है कि रहमत एक बच्चे और उसके पिता को फांसी पर लटका दिया था. यह तो पता चल जाता है कि यह बच्चा और कोई नहीं गोसांई है, लेकिन आपको यह जानने में काफी वक्त लग जाता है कि अगर गोसांई को बचपन में उसके पिता के साथ फांसी पर लटका दिया था, तो फिर यह जिंदा कैसे है. फिल्म देखने में थोड़ी बहुत बोरियत भी लगेगी लेकिन ओवरऑल ठीक-ठाक फिल्म है.


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यह फिल्म काफी रहस्मयी और घटनाओं से भरी हुई है. जब गोसांई को दो बार रहमत को मारने का मौका मिलता है, लेकिन वह उसे नहीं मारता है. इस रहस्य का पर्दा भी उस वक्त उठता है, जब आप अपना धैर्य खो चुके होते हैं, लेकिन पूरी फिल्म में सैफ के डायलॉग्स इतने दमदार हैं कि बीच-बीच में आपको रोंगटे भी खड़े हो जाएंगे. फिल्म में दीपक डोबरियाल जो एक खबरी है, वह पैसों के लिए गंध सूंघकर जासूसी करता है. वहीं, मिस्ट्री वुमन के रूप में नजर आ रहीं जोया हुसैन की भी अपनी ट्रैजिडी है. फिल्म में सभी किरदारों में अपने-अपने भूमिकाओं के साथ इंसाफ किया है. एक अघोरी के अवतार में आप सैफ के इस फिल्म के जरिए लंबे वक्त तक याद करेंगे.


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