टेक्नोलॉजी: सोशल मीडिया का सबसे मशहूर प्लेटफार्म फेसबुक नुकसानदायक और आपत्तिजनक कंटेंट पर तेजी से कार्रवाई करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद ले रही है. कंपनी ‘शिकायत वाले कंटेंट की प्राथमिकता’ तय करने के लिए इस प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करती है. दुनियाभर में फेसबुक के 1.82 अरब से अधिक दैनिक सक्रिय उपयोक्ता हैं. पूर्व में कंपनी को भारत में घृणा फैलाने वाले कंटेंट से निपटने के मामले में काफी खरी-खोटी सुननी पड़ी है. जबकि भारत उसके सबसे बड़े बाजारों में से एक है.
Facebook की उत्पाद प्रबंधक रेयान बार्नेस ने कहा कि कंपनी शिकायत वाले कंटेंट की प्राथमिकता के लिए एआई का उपयोग कर रही है. इस तरह से प्राथमिकता तय करना उसके 15,000 से अधिक समीक्षकों की मदद के लिए काफी महत्वपूर्ण है. प्राथमिकता चार कारणों से अहम है जैसे नुकसान पहुंचाने वाले सभी कंटेंट एक बराबर नहीं होते, कुछ प्रत्यावर्तन नियम जटिल होते हैं, लोग हमेशा नुकसानदायक कंटेंट के बारे में शिकायत नहीं करते और शिकायतें हमेशा सही नहीं होती. वर्चुअल कार्यक्रम में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कंपनी ने अब सिर्फ उपयोक्ता की शिकायत पर निर्भर रहने से आगे देखना शुरू कर दिया है.
अब उसने इस प्रक्रिया में प्रौद्योगिकी मदद लेना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि अब इस प्रौद्योगिकी मदद से किसी के शिकायत करने से पहले ही 95% इस तरह का कंटेंट कंपनी की पकड़ में आ जाता है.
Also Read: मोबाइल फोन चोरी हो गया हो या गुम, इन आसान स्टेप्स को फॉलो कर चुटकियों में खोजें
Also Read: अब WhatsApp पर 7 दिन में अपने आप गायब हो जायेगा भेजा हुआ मैसेज
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )