अमरोहा: सिपाही की आत्महत्या के बाद थाने पर परिजनों ने जमकर काटा हंगामा, एसपी ने संभाला मोर्चा

मंगलवार को ही अमरोहा (Amroha) जिले में एक सिपाही फांसी के फंदे पर झूल गया. इस दौरान वाह अपने द्वारा लिखा हुआ एक सुसाइड नोट भी छोड़ कर गया, जिसमें साफ़ तौर पर उसकी आत्महत्या का जिम्मेदारी यूपी पुलिस विभाग की ड्यूटी व्यवस्था को बनाया गया था. इसी बात से गुस्साए सिपाही के परिजनों भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले थाने में जमकर हंगामा मचाया. जब मामला बहुत ज्यादा बढ़ गया तो एसपी विपिन टाडा ने सामने आकर स्थिति को संभाला.


थाने में जमकर हुआ प्रदर्शन

जानकारी के मुताबिक, सिपाही पंकज की आत्महत्या की सूचना पर भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी विजयपाल सिंह भी पहुंच गए. उनके नेतृत्व में थाने पर अन्य कार्यकर्ताओं का मजमा लग गया. उन्होंने पंकज के परिजनों के समर्थन में शव को मौके पर लेकर आने, सुसाइड नोट देने व आरोपित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया.


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इसी दौरान अमरोहा (Amroha) पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा खुद ही थाने पहुंच गए। उन्होंने मृतक के पिता को ढांढस बंधाया तथा निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया.


मंगलवार की सुबह सिपाही ने की थी आत्महत्या

बता दें कि अमरोहा (Amroha) में तैनात सिपाही पंकज पुत्र नरेश मूल रूप से मुजफ्फरनगर के गांव मोहम्मद मारन के रहने वाले थे. साथी सिपाहियों ने बताया कि सोमवार की रात 12 बजे से सुबह पांच बजे तक सिपाही की ड्यूटी थी. सिपाही थाने के पास ही दुसरे सिपाही अतुल के साथ किराए पर रहता था. अतुल सोमवार को ड्यूटी करने के बाद अपने रिश्तेदार के यहां चला गया था. सुबह आज जब वो वापस लौटा तो सिपाही का शव फंदे पर लटका हुआ था.


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सुसाइड नोट में मृतक पंकज ने अपनी मौत के लिए ख़राब ड्यूटी सिस्टम को जिम्मेदार ठहराया है. उसने लिखा है कि ड्यूटी सिस्टम ठीक न होने की वजह से वह मानसिक रूप से कमजोर हो गया है. लिहाजा वह आत्महत्या करने जा रहा है. उसने सुसाइड नोट में डीजीपी से गुहार भी लगाई है कि उसका जान देना बेकार नहीं जाएगा और ड्यूटी सिस्टम में सुधर करे उस जैसे तमाम कर्मचारियों की जिंदगी बचाएंगे.


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