उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में दो सिपाही ही अवैध वसूली और ड्यूटी को लेकर भिड़ गए। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों ने एक दूसरे को जमकर गालियां दी। इस दौरान वहां जमकर हंगामा हुआ। चौकी के अन्य सिपाहियों ने किसी तरह उनमें बीच बचाव किया। जब मामला इंस्पेक्टर तक पहुंचा तो उन्होंने पूरी चौकी के स्टाफ को दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया। वहीं इंस्पेक्टर ने मामले में बताया कि लड़ाई अवैध वसूली की वजह से नहीं हुई, बल्कि ड्यूटी को लेकर दोनों भिड़े थे।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, बरेली-बदायूं मार्ग स्थित रामगंगा चौकी सुभाषनगर थाने के अंतर्गत आती है। वहां पर रोज एक सिपाही की ड्यूटी लगती है, जो चौकी पर बाहर बैठकर वहां से गुजरने वाले वाहनों की निगरानी करता है। चर्चा है कि इस दौरान अवैध वसूली भी होती है। चौकी पर आठ सिपाही तैनात हैं, जिसके चलते उनमें बदल-बदल कर सिपाही बैठाया जाता है। इसी बीच चौकी के एक पुराने सिपाही को थाने की गाड़ी पर हमराही में लगा दिया गया। शुक्रवार को नए सिपाही की निगरानी ड्यूटी लगी थी मगर इसी बीच हमराही ड्यूटी में लगा सिपाही चौकी पर पहुंच गया और निगरानी ड्यूटी करने की बात कहने लगा।
सभी का हुआ ट्रांसफर
इस पर उस दिन तैनात सिपाही और हमराही से पहुंचे सिपाही में विवाद हो गया। कहासुनी के बीच ही दोनों में गालीगलौज होने लगी। इस दौरान वहां जमकर हंगामा हुआ। चौकी के अन्य सिपाहियों ने किसी तरह उनमें बीच बचाव किया। इस घटना की जानकारी मिलने पर इंस्पेक्टर सतेंद्र भड़ाना ने रामगंगा चौकी के आठ सिपाहियों को वहां से हटाकर करगैना, मढ़ीनाथ और सुभाषनगर चौकी भेज दिया है। वहीं, चौकी पर नया स्टाफ भेजा गया है। हालांकि इंस्पेक्टर सुभाषनगर सतेंद्र भड़ाना का कहना है कि अवैध वसूली का मामला नहीं है। ड्यूटी को लेकर नए-पुराने दो सिपाहियों में विवाद हुआ था।
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