मनमोहन सरकार में विदेश मंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा राहुल गाँधी के पास सरकार में कोई पद तो नहीं था लेकिन फिर भी वो सरकार के सभी विभागों में हस्तक्षेप करते थे, इसलिए मुझे अपना विदेश मंत्री का पद और कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देना पड़ा था. उनके लगातार हस्तक्षेप के कारण मैं इस पद पर काम नहीं कर पा रहा था.
एसएम कृषण ने राहुल गाँधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि दस साल पहले राहुल एक सांसद थे और उन्होंने पार्टी का कोई पद नहीं संभाला था लेकिन फिर पार्टी से लेकर सरकार तक के सभी मामलों में हस्तक्षेप करते थे. राहुल गाँधी को कई मुद्दे चर्चा के लिए भेजे जाते थे जिसकी मनमोहन सिंह को जानकारी भी नहीं होती थी. उन्होंने कहा हालांकि प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह थे लेकिन कई मामलों को उनके संज्ञान में लाए बिना ही कई काम कए गए फिर इसके बाद 2 जी स्पेक्ट्रम, कॉमनवेल्थ और कोयला घोटाले सामने आए थे.
पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि राहुल मनमोहन से अधिक शक्तिशाली थे और इससे देश में भ्रष्टाचार बड़े स्तर पर बढ़ा और राहुल गांधी ने ही फैसला किया था कि पार्टी को 80 साल से ऊपर के लोगों की जरूरत नहीं है. वहीं एसएम कृष्णा ने कहा कि साल 2009 से 2014 तक मैं यूपीए सरकार में सत्ता में था, तब मैं सभी अच्छी और बुरी चीजों के लिए समान रूप से जिम्मेदार था. बता दें कि एसएम ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है.
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