समाजवादी पार्टी की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति (Gayatri Prasad Prajapati) के बेटे अनिल प्रजापति (Anil Prajapati) को गुरुवार को लखनऊ के गोमती नगर विस्तार से गिरफ्तार कर लिया गया है। लखनऊ पुलिस को कई दिनों से अनिल की तलाश थी। वह कोर्ट में पेशी पर आए अपने पिता से मिलने आया था। इसकी सूचना पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को फोन के जरिए मिली गई थी, जिसके बाद उसे दबोच लिया गया है।
खरगापुर गोमती नगर निवासी गायत्री प्रजापति के पूर्व मैनेजर बृज भवन चौबे ने ही अनिल प्रजापति के खिलाफ गोमती नगर विस्तार में आय से अधिक संपत्ति व जालसाजी का मुकदमा दर्ज करवाया गया था। पूर्व मैनेजर के मुताबिक वह पूर्व मंत्री की एक निजी कंपनी के निदेशक थे। गायत्री प्रजापति ने दुष्कर्म की एफआइआर दर्ज कराने वाली चित्रकूट निवासी महिला से सांठगांठ कर ली थी।
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पूर्व मंत्री के बेटे अनिल प्रजापति ने बृज भवन से बोलकर मुकेश कुमार नाम के व्यक्ति की संपत्ति उस महिला के नाम दर्ज करवाई थी। यही नहीं अनिल ने दुष्कर्म मामले में बयान बदलने के लिए दो करोड़ रुपये भी महिला को दिए थे। बावजूद इसके महिला की मांग बढ़ती गई।
बृज भवन के मुताबिक गायत्री और उनके बेटे अनिल ने खरगापुर स्थित उनकी जमीन भी महिला के नाम करवा दी थी। बृृृज भवन ने कहा कि आरोपियों ने उसे कंपनी के निदेशक पद से बिना वेतन दिए हटा दिया और कई कागजातों पर जबरदस्ती हस्ताक्षर करा लिए थे। उसने बताया कि पूर्व मंत्री ने पीड़ित को केजीएमयू में भी बुलाया था और वहां उसे धमकी दी थी।
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