UP: ऋचा सिंह ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र, कहा- मेरा निष्कासन सपा संविधान के खिलाफ

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने रामचरित मानस पर राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी के खिलाफ आवाज उठाने पर युवा नेत्री और इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह (Richa Singh) को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। अब ऋचा सिंह ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ कार्रवाई के लिए चुनाव आयोग से गुहार लगाई है।

चुनाव आयोग को ई-मेल से भेजा पत्र

चुनाव आयोग को मंगलवार को ई-मेल से भेजे गए पत्र में ऋचा सिंह ने कहा कि उनका निष्कासन पार्टी संविधान के अनुरूप नहीं है। पार्टी के संविधान में निष्कासन जैसी अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए तीन सदस्य कमेटी बनाने की बात है जो उनके मामले में नहीं की गई है। बता दें कि रामचरितमानस को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर ऋचा सिंह ने टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।

इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर पार्टी नेतृत्व से कहा था कि वह लोगों को उनके निष्कासन के कारण के बारे में बताएं। निष्कासन के बाद उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी महिला विरोधी है। जब काल मनुष्य पे छाता है तो पहले विवेक मर जाता है। ऋचा सिंह कहा कि मुझसे कहा गया था कि स्वामी प्रसाद मौर्य का विरोध न करों, मैं नहीं मानी तो बिना नोटिस, बिना सुनवाई निकाल दिया।

अखिलेश को बताया था महिला विरोध

ऋचा सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव का एक्शन प्राकृतिक न्याय विरोधी, महिला विरोधी और अलोकतांत्रिक है। मुझसे कहा गया था कि मैं स्वामी प्रसाद मौर्य के वक्तव्य का विरोध छोड़ दूं। मैंने इंकार कर दिया। इसीलिए मुझे बिना नोटिस और बिना कारण बताए निकाला गया है। प्राकृतिक न्याय कहता है की किसी के खिलाफ करवाई करने से पहले उसको कारण बताओ नोटिस जारी करके उससे स्पष्टीकरण और उसका पक्ष जाना जाए।

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