मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। चैत्र नवरात्र की तैयारियों के बीच गीता प्रेस ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पहली बार दुर्गासप्तशती पुस्तक को नेपाली भाषा में प्रकाशित करने का निर्णय लिया है। अब तक यह धार्मिक ग्रंथ संस्कृत श्लोकों के साथ हिंदी अनुवाद में उपलब्ध था, लेकिन श्रद्धालुओं की बढ़ती मांग को देखते हुए इसे नेपाली भाषा में अनूदित किया गया है।
गीता प्रेस के प्रबंधक लाल मणि तिवारी ने बताया कि पुस्तक का प्रकाशन कार्य पूरा हो चुका है और संपादन का कार्य अंतिम चरण में है। नवरात्र से पहले चार हजार प्रतियों की पहली खेप नेपाल भेजी जाएगी। इस पुस्तक की कीमत लगभग 80 रुपये तय की गई है, ताकि यह अधिक से अधिक श्रद्धालुओं तक पहुंच सके।
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उल्लेखनीय है कि गीता प्रेस इससे पहले भी शिव पुराण, हनुमान चालीसा, गरुड़ पुराण, रामचरितमानस, एकादशी माहात्म्य सहित 50 से अधिक धार्मिक पुस्तकों का नेपाली अनुवाद प्रकाशित कर चुका है। इसके अलावा, ब्रह्मलीन स्वामी रामसुखदास द्वारा रचित साधक संजीवनी और गीता पर आधारित अन्य ग्रंथ भी नेपाली भाषा में उपलब्ध हैं।
गीता प्रेस का यह प्रयास नेपाल और भारतीय श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक सौगात होगी, जिससे वे अपनी भाषा में दुर्गासप्तशती के पाठ का लाभ उठा सकेंगे।
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