उत्तर प्रदेश के फतेहपुर (Fatehpur) में घर वापसी (Ghar Wapsi) का मामला सामने आ रहा है. यहां रेलवे के सेवानिवृत्त मुस्लिम कर्मचारी ने गुरुवार को सनातन धर्म अपना लिया है. सनातन धर्म अपनाने के बाद अब्दुल जमील का नामकरण भी किया गया. अब्दुल जमील अब श्रवण कुमार बन गए हैं. वह करीब तीन माह से राम को अराध्य मानकर पूजा-पाठ करते थे. घर वापसी के बाद उन्होंने कहा कि मुसलमान लोग लालची होते हैं और वहां दूसरों का हक मारने की प्रथा है, जिसके चलते हिंदू धर्म अपना लिया है.
अब्दुल जमील के मुताबिक, वह काफी दिनों से हिंदू धर्म अपनाने की कोशिश कर रहा था और अंतरात्मा की आवाज सुनकर हिंदू धर्म अपनाया है. जब इस बात की भनक कट्टरपंथियों को लगी तो उसे काफी विरोध का भी सामना करना पड़ा. कट्टरपंथियों ने उसे तरह-तरह की यातनाएं देकर प्रताड़ित भी किया है. इसके बावजूद भी मैंने अपने मनोबल और आत्मविश्वास को नही टूटने दिया और आज शहर के हनुमान मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन-पूजन कर मैंने हिंदू धर्म अपना लिया.
फतेहपुर जिले के शहर क्षेत्र के रहने वाले रिटायर्ड रेलवे कर्मी अब्दुल जमील ने हिंदू रीति रिवाज के साथ आज जनेऊ धारण कर हिंदू धर्म अपना लिया. धर्म परिवर्तन के बाद उन्होंने अपना नया नाम श्रवण कुमार रखा है. अब्दुल जमील उर्फ़ श्रवण कुमार के मुताबिक, वह काफी दिनों से हिंदू धर्म अपनाने की सोच रहा था. उन्होंने बताया कि मुस्लिम धर्म में लालच है और दूसरे के हक़ छीनने की प्रथा है. उन्होंने बताया कि मेरे पूर्व धर्म में तमाम ऐसी कुरीतियों हैं जो मानवता के खिलाफ हैं. मेरे पूर्व धर्म में कट्टरता व संकीर्णता, अपने हक के लिए भाई-भाई कत्ल कर देना आदि असामाजिक क्रिया कलाप ही मुझे सनातन धर्म में वापसी के लिए प्रेरित करते रहे हैं.
पटेल नगर के हनुमान मंदिर में शुद्धिकरण यज्ञ के बाद नवागत हिंदू श्रवण कुमार ने कहा कि सनातन धर्म को में अपनी स्वेच्छा से बगैर किसी जोर जबरदस्ती के स्वीकार किये जाने की घोषण करता हूं. उन्होंने कहा कि निधन के बाद मेरा अंतिम संस्कार सनातन हिंदू धर्म के अनुसार किया जाय और मैं अपने अंतिम संस्कार का दायित्व मनोज त्रिवेदी को सौंपने का दायित्व सौंपता हूं.
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