गाजीपुर: मुनादी करके पुलिस ने शवों के जल प्रवाह पर लगाई पाबंदी, प्रशासन कराएगा दाह-संस्कार

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा नदी में उतराती हुई लाशों के मिलने से हड़कंप मच गया। सोशल मीडिया पर इनकी वीडियो भी धड़ल्ले से वायरल होने लगीं। गाजीपुर में भी 4 लाशें गंगा नदी में उतरती दिखीं थीं। जिसके बाद जिले के डीएम ने सख्त आदेश दिए हैं कि अब नदियों में शवों के जल विसर्जन पर कड़ी कार्रवाई होगी। पुलिस टीम ने नाव में बैठकर श्मशान घाटों पर बाकायदे मुनादी की है।


पुलिस टीम ने की घोषणा

जानकारी के मुताबिक, कृपया गंगा नदी में शवों के जल दफनाने का प्रदर्शन न करें, लेकिन उनका अंतिम संस्कार करें। यदि कोई व्यक्ति दाह संस्कार का खर्च वहन करने में असमर्थ है, तो कृपया हमें सूचित करें। हम उसकी व्यवस्था करेंगे।’ गाजीपुर प्रशासन ने जलाऊ लकड़ी की कीमत 650 रुपये प्रति क्विंटल रखी है और ‘डोम राजा’ एक शव का अंतिम संस्कार करने के लिए 500 रुपये से अधिक नहीं लेगा।


डीएम ने कहा ये

गाजीपुर डीएम ने कहा कि हम प्रत्येक श्मशान में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित कर रहे हैं, जहां पुलिस कर्मी और लेखपाल तैनात रहेंगे। वह भी लोगों की अंतिम संस्कार में सहायता करेंगे। आगे उन्होंने कहा कि शवों के अंतिम संस्कार में निर्धन और असहायों की आर्थिक मदद होगी, लेकिन शवों का जल विसर्जन अब नहीं होगा। नदी के किनारों पर पुलिस की पैनी नजर है और निगरानी की जा रही है। इस बीच भारी पुलिस बल के साथ गाजीपुर के डीएम-एसपी ने श्मशान घाटों का निरीक्षण किया।


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