उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने आईपीएस अधिकारियों के व्हाट्सएप ग्रुप से खुद को अलग कर लिया। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक ग्रुप में आईपीएस अधिकारियों की आपसी खींचतान से राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ खासे नाराज हो गए और उन्होंने इसे डीजीपी से अवगत कराया। उधर, शुक्रवार की सुबह माफीनामा और सुलह के बाद मामला सुलझ गया है।
गोरखपुर आईजी जय नारायण सिंह ने मांगी माफी
बता दें कि आईजी रेंज गोरखपुर जय नारायण सिंह ने ग्रुप में एक साल पुराना विडियो डालने के लिए आईजी रेंज लखनऊ सुजीत पांडेय से माफी मांग ली है। हालांकि इस प्रकरण के बाद डीजीपी ओपी सिंह आईपीएस का वॉट्सऐप ग्रुप छोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक, आईजी रेंज गोरखपुर जय नारायण सिंह ने शुक्रवार सुबह 10:22 पर आईपीएस वॉट्सऐप ग्रुप में अपना माफीनामा डाला।
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आईजी जय नारायण सिंह के माफी मांगने के बाद ग्रुप से जुड़े कई अफसरों ने उनके इस कदम की सराहना की और लिखा कि यह कहने के लिए बहुत साहस की जरूरत है। करीब 10 बजकर 59 मिनट पर आईजी जय नारायण सिंह की पोस्ट पर सुजीत पांडेय ने जवाब दिया। उन्होंने लिखा कि जय बहुत-बहुत धन्यवाद। ये लिखने के लिए भी आदमी को बहुत ईमानदार और सहृदयी होना पड़ता है। हम सभी कभी न कभी गुस्से का शिकार होते हैं।
सुजीत पांडेय ने लिखा कि इसमें कोई गलत बात नहीं लेकिन गलती को मानना एक बड़े दिल को दर्शाता है। मैं सबसे यह प्रार्थना करता हूं कि इसको यहीं पर छोड़ दिया जाए और फिर से वहीं से शुरू करें जहां एक दिन पहले तक हम परिवार की तरह थे। भविष्य में इस तरह की चीजों में शामिल नहीं होंगे। ग्रुप के सदस्यों ने दोनों अधिकारियों के इस कदम को सराहा। आईजी जय नारायण सिंह ने इसके बाद एडीजी सुजीत पांडेय और डीआईजी दीपक कुमार से फोन पर भी बात की।
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