UP में पुलिसकर्मियों के जबरन रिटायर का सिलसिला जारी, गोरखपुर में 30 पुलिसकर्मी सेवानिवृत्त

उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद से लगातार असक्षम पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायर किया जा रहा है। इसी सिलसिले में अब गोरखपुर जिले में 30 पुलिसकर्मियों को एसएसपी ने जबरन रिटायर कर दिया। इन सभी की उम्र 50 से ज्यादा थी। इसके साथ ही इन पर कभी ना कभी कोई ना कोई आरोप लगा था। जिसके चलते चेकिंग के बाद जिले के एसएसपी ने ऐसे पुलिसकर्मियों की लिस्ट बनाकर जारी कर दी।


एसएसपी ने कहा ये

जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि अनिवार्य सेवानिवृत्ति का नियम कोई नया नहीं है। समय-समय पर पुलिस विभाग में 50 की उम्र के बाद अक्षम होने पर स्‍क्रीनिंग के बाद अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाती रही है। स्क्रीनिंग में अक्षम पाए गए 30 पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गयी है। एक इंस्पेक्टर व दो दारोगा को रिटायर करने के लिए डीआइजी को रिपोर्ट भेजी गई है।


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इसके साथ ही जिले के एसएसपी ने अपने आदेश में स्पष्ट तौर पर कहा है कि आरक्षी नागरिक पुलिस, दरोगा, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल को लोकहित में आदेश दिया जा रहा है कि इस आदेश के जारी होने के दिनांक के दोपहर बाद सेवानिवृत्त हो जाएंगे।


तीन माह तक मिलेगा भत्ता

बता दें कि इस आदेश के बाद तीन माह तक का वह उसी दर पर अपने वेतन और भत्तों के हकदार होंगे जिस स्थिति में उनको सेवानिवृत्त किया जा रहा है। एसएसपी के आदेश की प्रति पुलिस अधीक्षक नगर, उत्तरी, दक्षिणी, यातायात, लाइन और क्षेत्राधिकारी लाइन तथा आरआई को भेज दी गई है।


पहले इनको भी दी गई जबरन सेवानिवृत्ति

इससे पहले कमिश्नरेट, लखनऊ के अन्तर्गत नियुक्त विभाग के 11 पुलिस कर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गयी। पुलिस आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक अराजपत्रित ऐसे कर्मी, जो 31 मार्च 2020 को 50 वर्ष या 50 वर्ष से अधिक की उम्र पूरी कर चुके हैं और उनकी कार्यदक्षता पुलिस विभाग की संस्कृति के अनुकूल नहीं है, उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति स्वीकृत की गयी है।


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