अक्सर सोशल मीडिया पर दारोगा सिपाही ये आवाज़ उठाते हैं कि उन्हें पेट्रोलिंग के लिए मोटरसाइकिल से जाना पड़ता है, जिसमे पेट्रोल का खर्चा काफी महंगा पड़ता है। ये अनुभव जब गोरखपुर के एक ट्रेनी आईपीएस ने किया तो उन्होंने मुख्यालय को खत लिखकर 20 लीटर पेट्रोल देने की मांग की है। दरअसल, उन्होंने अपने ट्रेनिंग पीरियड के दौरान ये जाना कि दरोगाओं की कितनी भागदौड़ करनी पड़ती है, जिसके बाद उन्होंने ये मांग रखी।
खत में लिखा ये
जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर में ट्रेनी आईपीएस विकास कुमार अभी चिलुआताल थाने पर तैनात हैं। इस दौरान उन्होंने दारोगा और सिपाहियों कि दिक्कतों को बारीकी से जाना है। इसी के चलते विकास कुमार का तर्क है कि थानों में दरोगा को ज्यादा भागदौड़ करनी पड़ती है। इसके बदले उन्हें भत्ते के रूप में 750 रुपये मिलता है। वहीं थानों के सिपाही बाइक का इस्तेमाल करते हैं लेकिन पाते हैं साइकिल भत्ता के नाम पर प्रति माह दो सौ रुपये। जबकि सभी मोटरसाइकिल के ड्यूटी करते हैं, जिसमे लगने वाले पेट्रोल का खर्चा उनकी जेब से ही जाता है।
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अभी तक दरोगाओं को सिर्फ दस लीटर पेट्रोल के बराबर भत्ते के रूप में रकम मिलती है। इस प्रस्ताव पर अब पुलिस मुख्यालय को फैसला लेना है अगर प्रस्ताव पास हो गया तो थानों के दारोगाओं को 20 लीटर पेट्रोल का भत्ता मिला करेगा।
मुख्यालय भेजा जाएगा प्रस्ताव
ट्रेनी आईपीएस के प्रस्ताव पर डीआईजी राजेश डी मोढक ने सैद्धांतिक सहमति तो दे दी है लेकिन अन्तिम फैसला मुख्यालय पर ही संभव हो सकेगा। डीआईजी ने भी तय किया है कि वह विकास कुमार की प्रस्ताव को मुख्यालय को भेजे देंगे। उन्होंने कहा कि उनके स्तर पर इस बारे में निर्णय लिए जाने का अधिकार नहीं है लिहाजा वह सकारात्मक आख्या के साथ उसे पुलिस मुख्यालय को भेज रहे हैं।
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