केंद्र सरकार ने शनिवार को देशभर के मीडिया संस्थानों से अपील की है कि वे रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की गतिविधियों का सीधा प्रसारण न करें। सरकार ने चेताया कि इस तरह की रिपोर्टिंग अनजाने में दुश्मनों को फायदा पहुंचा सकती है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जारी की सलाह
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एक आधिकारिक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में मीडिया चैनलों, समाचार एजेंसियों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को रक्षा अभियानों से जुड़ी रिपोर्टिंग में अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए। मंत्रालय ने मौजूदा कानूनों और नियमों के सख्त पालन की भी अपील की है।
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संवेदनशील रिपोर्टिंग से हो सकता है खतरा
मंत्रालय ने कहा है कि सुरक्षा बलों की गतिविधियों की कवरेज, दृश्य प्रसारण या अज्ञात स्रोतों से मिली जानकारी का उपयोग कर रिपोर्टिंग नहीं की जानी चाहिए। ऐसी रिपोर्टिंग से न केवल ऑपरेशन की गोपनीयता खतरे में पड़ती है, बल्कि सुरक्षा कर्मियों की जान को भी जोखिम हो सकता है।
पिछली घटनाओं का हवाला
सरकार ने अपने बयान में 1999 के कारगिल युद्ध, 2008 के मुंबई आतंकी हमलों और कंधार विमान अपहरण जैसी घटनाओं का उदाहरण दिया है। मंत्रालय ने बताया कि इन अवसरों पर अविचारित मीडिया कवरेज के कारण राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुँचा था।