उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में बने गो-आश्रय केंद्र में बीते चार महीनों के भीतर 45 से अधिक पशुओं की मौत योगी सरकार की व्यवस्थाओं की पोल खोलने के लिए काफी है। सूत्रों ने बताया कि चार महीने पहले ही यह गो-आश्रय केंद्र बनाया गया था जिसमें नगर के छुट्टा पशुओं को रखा गया है।
लगातार हो रही पशुओं की मौतें
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सोनभद्र जिले के एकमात्र नगर पालिका परिषद राबर्ट्सगंज में जिला पंचायत की जमीन पर चार महीने पहले नगर पालिका और पशु चिकित्साधिकारी की संयुक्त देखरेख में इस गो-आश्रय केंद्र की स्थापना की गई थी। यहां नगर के सैकड़ों पशुओं को रखा गया है।
Also Read: PM की रेस में मुलायम ? अखिलेश यादव बोले- अच्छा होगा, अगर नेताजी को प्रधानमंत्री बनने का सम्मान मिले
इस गो-आश्रय केंद्र की देखरेख करने वाले योगेंद्र कुमार ने बताया कि यहां पर कई तरह की असुविधाएं है। उन्होंने बताया कि गो-आश्रय केंद्र में इन पशुओं के खाने के लिए केवल भूसा है, गर्म पानी और खुले में 45 डिग्री सेल्सियस तापमान में पशुओं के रहने की व्यवस्था है, जिसकी वजह से यहां लगातार मौतें हो रही हैं।
गो-आश्रय केंद्र की देखरेख करने वाले योगेंद्र कुमार ने बताया कि तमाम तरह की असुविधाएं होने के साथ ही यहां स्टाफ की भी कमी है। उन्होंने बताया कि 200 से अधिक पशुओं की देखरेख करने के लिए एक व्यक्ति आठ घंटे तक ड्यूटी करता है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )