UP के शिल्पकारों की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ब्रांडिंग कराएंगे CM योगी, सरकार पहली बार ODOP के उत्पादों का दिल्ली हाट में लगाएगी मेला

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) का मेगा प्रोजेक्ट ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ (ओडीओपी) परवान चढ़ने लगा है। यूपी के शिल्पकारों की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग के लिए सीएम योगी की पहल पर पहली बार दिल्ली हाट (Delhi Haat) में मेला (ODOP Products Fair) लगाया जा रहा है। इसमें यूपी के शिल्पकारों के 118 स्टाल 16 से 31 जनवरी तक लगाए जाएंगे।


सीएम योगी ने सूबे की सत्ता संभालने के बाद प्रदेश के परंपरागत उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए ओडीओपी स्कीम की शुरूआत की थी। इसके तहत हर जिले के एक-एक या दो उत्पादों को शामिल किया गया है। इन उत्पादों को बनाने वाले शिल्पकारों के हुनर को निखारने से लेकर बाजार उपलब्ध कराने तक में सरकार की ओर से हर प्रकार की सहायता की जा रही है।


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इसके लिए उद्योग विभाग ने नीतियां बनाने से लेकर पिछले तीन साल में करीब 2600 उद्यमियों को 82 करोड़ की आर्थिक मदद भी की है। इन उद्योगों में 28 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार भी मिले हैं। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग (एमएसएमई) ने सीएम के मेगा प्रोजेक्ट को जब हकीकत में बदलने की शुरूआत की, तो ओडीओपी के 11 हजार से ज्यादा उत्पाद अमेजन पर उपलब्ध हैं और 24 करोड़ से ज्यादा के 50 हजार उत्पादों की बिक्री भी हो चुकी है।


मेले में लगेंगे 61 जिलों के 118 स्टाल


मेले में सभी स्टालों पर हस्तशिल्प या हाथों से बने ओडीओपी उत्पाद होंगे। मेले में शामिल होने वाले शिल्पकारों के लिए हस्तशिल्प आईडी कार्ड अनिवार्य है। मेले में लगने वाले 118 स्टालों को यूपी के 61 जिलों से चुना गया है। मेले में सरकार की ओर से शिल्पकारों को निशुल्क स्टाल, एक शिल्पकार और एक हेल्पर के रहने खाने की व्यवस्था, वितरण प्रोत्साहन योजना के तहत माल ढुलाई और आने जाने का किराया भी दिया जाएगा।


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इन जिलों के ये उत्पाद लगेंगे मेले में


  • आगरा से चमड़े के उत्पाद और संगमरमर पर जड़ना कार्य
  • मथुरा से स्वच्छता से संबंधी उपकरण और ठाकुरजी की पोशाक, श्रृंगार मूर्ति एवं कंठीमाला उत्पाद
  • मैनपुरी से तारकशी कला, वस्त्र सिलाई और कढ़ाई
  • फिरोजाबाद से कांच उत्पाद
  • कासगंज से जरी जरदोजी
  • एटा से घुंघरू घंटी और पीतल उत्पाद
  • सुल्तानपुर से मूंज उत्पाद और आयरन एंड स्टील फैब्रीकेशन
  • बाराबंकी से हथकरघा उत्पाद
  • अंबेडकरनगर से वस्त्र उत्पाद
  • अमेठी से मूंज उत्पाद
  • आजमगढ़ से काली मिट्टी की कला कृतियां और वस्त्र उत्पाद (रेशमी साड़ी)
  • बलिया से बिंदी
  • मऊ से वस्त्र उत्पाद
  • बरेली से जरी जरदोजी और बांस के उत्पाद/सुनारी उद्योग
  • बदायूं से जरी जरदोजी
  • पीलीभीत से बांसुरी
  • शाहजहांपुर से जरी जरदोजी
  • बस्ती से काष्ठ शिल्प (वुड क्राफ्ट) और शिरका उत्पाद
  • संतकबीरनगर से पीतल के बर्तन और होजरी उत्पाद
  • चित्रकूट से लकड़ी के खिलौने और काष्ठ कला उत्पादन
  • बांदा से पत्थर शिल्प
  • हमीरपुर से जूती
  • महोबा से गौरा पत्थर शिल्प और धातु शिल्प
  • बहराईच से गेहूं के डंठल की कलाकृतियां और खाद्य प्रसंस्करण
  • श्रावस्ती से जनजातीय शिल्प (ट्राइबल क्राफ्ट) और फर्नीचर
  • गोरखपुर से मिट्टी के बर्तन (टेराकोटा) और रेडीमेट गारमेंट्स उत्पाद
  • कुशीनगर से केले के रेशे से बने उत्पाद और केले के उत्पाद
  • देवरिया से सजावटी उत्पाद और कढ़ाई, बुनाई संबंधी उत्पाद
  • झांसी से कोमल खिलौने
  • ललितपुर से जरी सिल्क साड़ी और खाद्य प्रसंस्करण
  • कानपुर नगर से चमड़े के उत्पाद, होजरी और टेक्सटाइल उत्पाद
  • इटावा से वस्त्र उत्पाद, सिलाई (टेलरिंग) और वस्त्र कढ़ाई
  • फर्रूखाबाद से वस्त्र छपाई (टेक्सटाइल प्रिंटिंग) और जरी जरदोजी
  • कन्नौज से इत्र उत्पाद, अगरबत्ती और धूपबत्ती उत्पाद
  • लखनऊ से चिकनकारी और जरी जरदोजी
  • रायबरेली से काष्ठ कला (वुड वर्क)
  • उन्नाव से जरी जरदोजी और चर्म उत्पाद
  • हरदोई से हथकरघा उत्पाद
  • सीतापुर से दरी
  • लखीमपुर खीरी से जनजातीय शिल्प (ट्राइबल क्राफ्ट) और गुड़ उत्पाद
  • मेरठ से खेल का सामान
  • बागपत से घरेलू सजावटी सामान
  • बुलंदशहर से सिरेमिक्स उत्पाद
  • गौतमबुद्धनगर से सिले सिलाए वस्त्र
  • हापुड़ से घरेलू सजावटी सामान
  • मुरादाबाद से धातु शिल्प
  • रामपुर से पैचवर्क के साथ एप्लिकवर्क, जरी पैच वर्क और मेंथा
  • बिजनौर से काष्ठ शिल्प (वुड क्राफ्ट)
  • अमरोहा से वाद्य यंत्र (ढोलक)
  • संभल से सींघ और अस्थि उत्पाद
  • मिर्जापुर से कालीन और मेटल उद्योग (ब्रास)
  • सोनभद्र से कालीन
  • भदोही से कालीन
  • प्रयागराज से मूंज उत्पाद और फूड प्रासेसिंग
  • फतेहपुर से बेड शीट और आयरन फैब्रीकेशन वर्क्स
  • सहारनपुर से काष्ठ शिल्प (वुड कार्विंग)
  • वाराणसी से रेशम उत्पाद और गुलाबी मीनाकारी
  • गाजीपुर से जूट वाल हैगिंग्स
  • जौनपुर से ऊनीदरी
  • चंदौली से जरी जरदोजी

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