राजधानी लखनऊ में कल देर रात प्राइवेट कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जाहिर करते हुए सख्त से सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। सीएम योगी ने इस मामले में डीजीपी ओपी सिंह से बात कर पूरे मामले की जांच करने के लिए कहा है। दोनों सिपाहियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
जरूरत होने पर कराएंगे सीबीआई जांच
मृतक विवेक तिवारी की पत्नी का कहना है कि जब तक सीएम नहीं आएंगे तब तक अपने पति का अंतिम संस्कार नहीं करूंगी। उन्होंने कहा कि मुझे किसी ने विवेक के साथ हुई घटना की जानकारी देना तक मुनासिब नहीं समझा। उन्होंने कहा कि मुझे लोहिया अस्पताल से फोन कर घटना की जानकारी दी गई।
वहीं, इस मामले में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई का आदेश देते हुए कहा है कि जरूरत पड़ेगी तो सीबीआई जांच भी कराई जाएगी। सीएम योगी ने डीजीपी ओपी सिंह से बात कर पूरे मामले की जांच करने और कार्रवाई करने के लिए कहा है।
#Breaking लखनऊ गोलीकांड मामले में सीएम @myogiadityanath का बयान- यह घटना एनकाउंटर नहीं है, इस पूरी घटना की हम जांच कराएंगे, प्रथम दृष्टया जो दोषी था उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है और जो भी दोषी होगा किसी को बख्शा नहीं जायेगा, आवश्यकता पड़ी तो सीबीआई जांच भी कराएंगे. #VivekTiwari pic.twitter.com/xX2IH41EaR
— Breaking TUBE News (@BreakingTUBE) September 29, 2018
सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि यह घटना एनकाउंटर नहीं है। बता दें कि एक पुलिस कॉन्स्टेबल पर लखनऊ के वीआईपी इलाके गोमती नगर में गाड़ी न रोकने पर विवेक तिवारी की गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। आरोपी का नाम प्रशांत चौधरी है जिसने पूछताछ में गोली मारने की बात कबूल ली है।
डीजीपी ओपी सिंह ने दिया बयान
वहीं इस हादसे पर उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि लखनऊ में कल रात एक घटना हुई है। उस घटना में विवेक तिवारी नाम के व्यक्ति की मौत हुई है। विवेक तिवारी के साथ उनकी एक महिला अधिकारी उनके साथ थी। दोनों कि एक ही कंपनी में करते थे।
डीजीपी ने कहा कि एक जगह जब गाड़ी खड़ी थी तो यूपी पुलिस के दो सिपाही चेतक पर खड़े थे, उन्होंने गाड़ी को इंटरसेप्ट किया और कहा कि गाड़ी से बाहर आए उन्होंने गाड़ी से निकलने की मना कर दिया और गाड़ी को चेतक पर चढ़ाने की कोशिश। उन्होंने आगे कहा कि ये अपराध की श्रेणी में आता है। पुलिस द्वारा फ़ौरन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया और दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया गया है।
डीजीपी ने कहा कि किसी भी पुलिस अधिकारी को सेल्फ डिफेंस के तहत जान लेने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि यह हत्या का ही मामला है जो पुलिसकर्मियों ने किया है। इसी के तहत उन पर हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम की कार्रवाई हो गई है। पोस्टमार्टम में भी इस बात की पुष्टि हुई है, गन शॉट इंजरी से विवेक की मौत हुई है।
मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास हुई घटना
बता दें कि लखनऊ के गोमती नगर में शुक्रवार देर रात मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास दो सिपाहियों ने एसयूवी में सवार ‘एप्पल’ के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी। गोली लगते ही उसका संतुलन बिगड़ा और गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई। वहीं सिर पर गोली लगने से विवेक की मौके पर ही मौत हो गई। यह देखते ही दोनों आरोपी सिपाही मौके से भाग निकले।
सूत्रों के मुताबिक, दूसरे पुलिसकर्मियों ने विवेक को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे के वक्त विवेक तिवारी के साथ रही सना की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर फायरिंग करने वाले कांस्टेबल प्रशांत कुमार और संदीप को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच के बाद अब दोनों आरोपी सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, सुल्तानपुर के रहने वाले विवेक तिवारी एपल कंपनी में एरिया मैनेजर के पद कार्यरत थे। घर में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। विवेक तिवारी की सहयोगी साना को पुलिस ने मीडिया से दूरी बनाए रखने के लिए नजरबंद कर दिया है। इससे पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।
सिपाही प्रशांत चौधरी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज
इस मामले में आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी ने बताया कि उन्होंने कार को रोकने की कोशिश की, लेकिन कार रुकने की बजाय पुलिसवालों की बाइक पर चढ़ा दी। जिसके बाद में हमने गोली चलाई। वहीं, इस पूरे मामले में ऐसा कहा जा रहा है कि आरोपी सिपाही खुद को बचाने के लिए झूठी बयानबाजी कर रहा है। वहीं, आरोपी पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी के खिलाफ गोमती नगर थाने में हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है।
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वहीं, इस मामले में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया कि लखनऊ में कल देर रात अमित तिवारी की हत्या के मामले में दो सिपाहियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इन दोनों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की फायरिंग में विवेक तिवारी को काफी चोट आई थी। उन्होने अस्तपाल में दम तोड़ दिया।
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