साल 2018-19 में मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रहीं 20 योजनाओं के तहत दी जाने वाली स्कॉलरशिप (Scholarship) का करीब 80 फीसदी मुस्लिम छात्रों (Muslim Students Scholarship) को दिया गया. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा संचालित नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल (National Scholarship Portal) के अनुसार ईसाई छात्रों को 7.5 फीसदी छात्रवृत्ति मिली, सिख छात्रों को पांच प्रतिशत और हिंदू छात्रों को सिर्फ 4.7 प्रतिशत छात्रवृत्ति मिली. इस सत्र में 1.4 करोड़ से ज्यादा आवेदन मिले थे जिनमें से 1.08 करोड़ छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई.
इस दौरान 14 केंद्रीय मंत्रालयों द्वारा जारी स्कॉलरशिप योजनाओं के तहत 2018-19 में 2,157 करोड़ रुपए बांटे गए थे. जिसमें कुल राशि में से 1,032 करोड़ रुपए मुस्लिम छात्रों पर, 183 करोड़ रुपये सिख छात्रों और 128 करोड़ रुपये हिंदू छात्रों पर व्यय किए गए.
कुल स्कॉलरशिप का 77 फीसदी देकर अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय शीर्ष पर रहा है. श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, उच्च शिक्षा विभाग, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग भी शीर्ष पांच में रहे.
स्कॉलरशिप पाने वाले शीर्ष पांच राज्यों में पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और केरल रहे हैं. इन योजना के तहत जिन राज्यों को सबसे ज्यादा धनराशि मिली, उनमें उत्तर प्रदेश शीर्ष पर रहा जिसे 336 करोड़ रुपये मिले, वहीं दूसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल रहा जिसे 281 करोड़ रुपये मिले.
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