वाराणसी के ज्ञानवापी विवाद (Gyanvapi Controversy) को लेकर भाजपा के फायर ब्रांड नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य विनय कटियार (Vinay Katiyar) ने चौंकाने वाला दावा किया है। विनय कटियार का दावा है कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के वजूखाने में मिले शिवलिंग पर मुस्लिम समुदाय के एक शख्स ने आरी चलाई, जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया और अपनी कस्टडी में रखा है।
विनय कटियार ने कहा कि उस शख्स ने आरी चलाकर ये जांच की थी कि क्या वह शिवलिंग है या फिर फव्वारा। उन्होंने कहा कि आरोपी युवक पुलिस की कस्टडी में है, लेकिन कस्टडी से काम नहीं चलेगा। बीजेपी नेता ने उस युवक के दोनों हाथ काट लेने की मांग की है। कटियार ने कहा कि ज्ञानवापी में जिस तरह का मामला चल रहा है, ऐसी स्थिति में मुस्लिम समाज के लोगों को वहां पर प्रवेश नहीं देना चाहिए।
इससे पहले हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि वजूखाने में मौजूद शिवलिंग को तोड़कर उसे फव्वारा बनाने का प्रयास हुआ है, जिसका पता कुछ दिन पहले चला जब ये लोग फाउंटेन बनाने के लिए निर्मित ढांचे को अपने साथ ले जा रहे थे।
विष्णु जैन ने शिवलिंग के नीचे बनाई गई आर्टिफिशियल दीवार को हटाकर जांच की मांग की और कहा कि मैं सच्चाई बता रहा हूं। शिवलिंग इनके कब्जे में वजूखाने में था। ये लोग उसकी बेअदबी करते रहते थे। उसी में इन्होंने कुछ तोड़कर फव्वारे टाइप का ढांचा बनाया। ये ढांचा अब भी इनके स्टोर रूम में पड़ा हुआ है। अभी कुछ दिन पहले ये लोग उसे कहीं ले जा रहे थे तो सीआरपीएफ ने इन्हें रोक दिया।
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उन्होंने कहा कि ये सब इन्होंने जो हमारे भगवान के साथ किया, हमारे देवता के साथ इन्होंने किया, वो हमें पता है, उसकी लड़ाई हम लड़ रहे हैं, शिवलिंह हमको मिल गया है। अब उसकी पूजा-आराधना करना उसका सम्मान करना हर हिंद का फर्ज है। विष्णु जैन ने दावा किया कि अगर स्टोर रूम की वीडियो और फोटोग्राफी हो जाए तो ये साबित हो जाएगा कि कैसे शिवलिंग में ड्रिल घुसा कर उसे फाउंटेन बनाने का प्रयास हुआ।