उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का दबदबा रहा। उस दौरान समाजवादी पार्टी को पांच में से तीन सीटें मिली थीं। सपा के कद्दावर नेता आजम खान रामपुर शहर से 9 बार विधायक रह चुके हैं। हालांकि, मौजूदा समय में आजम खान सीतापुर जेल में बंद हैं, लेकिन सपा के ही टिकट पर रामपुर शहर से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, बीजेपी गठबंधन दल ने रामपुर जिले की स्वार-टांडा सीट (Suar Tanda Assembly Seat) से हैदर अली खान (Haider Ali Khan) उर्फ हमजा मियां को प्रत्याशी बनाकर बड़ा दांव चल दिया है।
इस दांव के जरिए यहां बीजेपी को मुस्लिम वोट मिलने की भी उम्मीद है। इसी सीट से आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम भी चुनावी मैदान में हैं। वह पिछले चुनाव में भी इसी सीट से सपा प्रत्याशी रहे और जीत दर्ज की थी। लेकिन बाद में कम उम्र के आरोप में हाईकोर्ट ने उनकी विधायकी रद्द कर दी। इस सीट से नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां लगातार चार बार चुनाव जीते, लेकिन पिछली बार हार गए थे।
इस बार अब्दुल्ला आजम के मुकाबले अली खां उर्फ नवेद मियां के बेटे हमजा मियां मैदान में हैं। वह अपना दल के प्रत्याशी हैं। भाजपा और अपना दल का गठबंधन है। प्रदेश में भाजपा गठबंधन ने केवल स्वार-टांडा सीट पर ही मुस्लिम प्रत्याशी बनाया है। इस दांव के जरिए सपा की राह मुश्किले करने का प्रयास किया गया है।
टांडा निवासी अपना दल के जिला महासचिव वकील अहमद कहते हैं कि स्वार टांडा सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प होगा। नवाब खानदान को हिंदुओं के साथ ही मुस्लिम मत भी मिलते रहे हैं। इस बार भाजपा का वोट भी अपना दल प्रत्याशी को मिलेगा। मुस्लिम मतदाता सीधे कमल के फूल को वोट देने से बचता है, लेकिन अपना दल के निशान पर मुसलमान वोट दे सकेगा।
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