हरदोई: BJP विधायक ने अपनी ही सरकार के दावों पर उठाए सवाल, बोले- ऑक्सीजन की कमी से सैकड़ों लोग तड़प-तड़प कर मर गए

उत्तर प्रदेश के हरदोई (Hardoi) जिले के गोपामऊ से बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश (BJP MLA Shyam Prakash) ने एक विवादित बयान देकर अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विधायक ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लिखा कि आपने सच बोला है, मैं आप से सहमत हूं, ऑक्सीजन की कमी से सैकड़ों लोग तड़प-तड़प कर मर गए। विधायक राजकुमार अग्रवाल सहित लाखों लोगों का दर्द किसी को नहीं दिखाई पड़ता है।


बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश अपने बेबाक बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। इस बार उन्होंने केंद्र सरकार के उस बयान को झुठलाते हुए अपनी बात रखी, जिसमें सरकार ने कहा था कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई है। इससे पहले बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने ट्वीट कर कहा था कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन में इतना भ्रष्टाचार नहीं देखा, जितना इस सयम देख और सुन रहा हूं। उन्होंने कहा कि जिससे शिकायत करो, वह खुद वसूली कर लेता है।


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बीजेपी विधायक के इस बयान के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने भाजपा सरकार पर आरोपों की बौछार कर दी थी। सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव संजय कश्यप ने कहा था कि भाजपा सरकार की कथनी व करनी में अंतर है। चौतरफा भ्रष्टाचार से जनता परेशान है। अब तो भाजपा के विधायक भी खुलासा कर रहे हैं भ्रष्टाचार इस समय चरम पर है।


बता दें कि हरदोई जिले की गोपामऊ सुरक्षित सीट से बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने कोरोना महामारी से जंग में 26 मार्च को पत्र लिखकर 25 लाख रुपए की निधि मुख्य विकास अधिकारी को यह कहकर दी थी कि उनके इलाके की सीएचसी, पीएचसी में चिकित्सा की सामग्री किट और इलाके की जनता के लिए सैनिटाइजर और मास्क की खरीद की जाए। लेकिन प्रशासन विधायक निधि से अब तक न तो सैनिटाइजर खरीद पाया और न ही कोई मास्क या चिकित्सा सामग्री ही खरीदी गई।


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इसके बाद 16 अप्रैल को विधायक श्याम प्रकाश ने सीडीओ को पत्र लिखकर यह जानकारी चाही कि उनकी निधि से अब तक सामान क्यों नहीं खरीदा गया? लेकिन उस चिट्ठी का कोई भी जवाब विधायक को नहीं मिला। इस बीच चिकित्सा सामग्री में खरीद-फरोख्त को लेकर भ्रष्टाचार की खबरें जब सामने आई, तो इन खबरों का हवाला देते हुए विधायक श्याम प्रकाश ने पाला बदला और अपनी विधायक निधि यह कहकर वापस मांग ली कि चिकित्सा सामग्री खरीद में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। लिहाजा उनकी निधि को वापस कर दिया जाए ताकि उनकी निधि सही काम में जनता के काम आ सके।


INPUT – MANOJ TIWARI


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