हाथरस जिले में सत्संग के बाद मची भगदड़ (Hathras Stampede) में मौत का आंकड़ा बढ़ गया है। अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 113 महिलाएं, 7 बच्चे और 3 पुरुष हैं। वहीं, हादसे के 48 घंटे के बाद भी पुलिस नारायण सरकार हरि उर्फ भोले बाबा तक नहीं पहुंच पाई है। पुलिस ने मैनपुरी, ग्वालियर, कानपुर और हाथरस समेत आठ ठिकानों पर छापा मारा है।
सीएम योगी ने जांच के लिए बनाया आयोग
वहीं, योगी सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए न्यायिक आयोग बनाया है। इसकी अध्यक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस बृजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे। रिटायर्ड आईएएस हेमंत राव और रिटायर्ड डीजी भवेश कुमार सिंह आयोग के सदस्य हैं। टीम 2 महीने में जांच पूरी कर रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके लिए सुझाव भी देंगे।
बाबा ने कहा- अराजक तत्वों ने मचाई भगदड़
उधर, बाबा ने एपी सिंह को अपना वकील नियुक्त किया है। एपी सिंह सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। भोले बाबा ने एपी सिंह के जरिए लिखित बयान जारी कर सफाई दी कि मैं जब समागम से निकल गया, इसके बाद असामाजिक तत्वों ने भगदड़ मचाई। इन लोगों के खिलाफ लीगल एक्शन लूंगा। घायलों के स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा- यह हादसा साजिश जैसा है
सीएम योगी ने बुधवार को कहा कि यह हादसा साजिश जैसा है। लोग मरते गए, सेवादार वहां से भाग गए। उन्होंने न तो प्रशासन को सूचना दी और न ही मदद की। प्रशासन की टीम जब पहुंची तो सेवादारों ने उन्हें आगे जाने नहीं दिया। हमने भी कुंभ जैसे बड़े आयोजन किए, लेकिन ऐसी चीजें नहीं हुईं। जो भी दोषी होंगे, उन्हें बख्शेंगे नहीं। मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले में बाबा को छोड़ 22 आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )