दामाद-ए-पैगंबर (हजरत के दामाद) हजरत अली की शहादत की याद में सोमवार को पुराने लखनऊ में गमगीन माहौल में 21वीं रमजान का जुलूस निकला गया. सुबह से ही जुलूस में हजारों की तादात में लोग शामिल हुए. इसी बीच जुलूस में एक सांड़ घुस गया, जिससे अफरातफरी मच गयी. इस दौरान सांड ने कई लोगों को घायल कर दिया. लोगों ने उसे खदेड़कर स्थिति पर काबू पाया. घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इस घटना से नगर निगम और पुलिस की घोर लापरवाही निकलकर सामने आई है.
मुस्लिम धर्मगुरुओं के अनुसार यह जुलूस 19वीं रमजान को दामाद-ए-पैगंबर हजरत (हजरत के दामाद) अली की याद में निकाला जाता है. इसमें परंपरागत तरीके से सुबह से ही लोग जुलूस में शामिल होते हैं. इस दौरान मजलिस भी होती है, मजलिस में हजरत अली की शहादत का किस्सा सुनकर माहौल गमगीन हो जाता है. ऐसा कहा जाता है कि इसके बाद से उनकी याद में 19वीं रमजान से जुलूस और मजलिसों का दौर शुरू होता है. यह सिलसिला 21वीं रमजान को समापन होता है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कन्नौज रैली में एक सांड ने खूब तांडव मचाया था. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश ने भरी सभा में सांड की एंट्री पर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आवारा पशुओं का हवाला देकर जमकर तंज भी कसा था.
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