यूपी बोर्ड के मेधावी छात्रों की प्रतिभा निखारने के लिए हिंदुस्तान कम्प्यूटर्स लिमिटेड (एचसीएल) ने रोजगार के नए दरवाजे खोले हैं. प्रदेश सरकार ने निजी सहभागिता के आधार पर इस कंपनी से समझौता किया है, जिसके तहत यूपी बोर्ड में 70 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले लखनऊ मंडल के मेधावी छात्रों को सीधे एचसीएल में काम सीखने का अवसर मिलेगा. सरकार ने साफ किया है कि इस कदम के बाद उच्च शिक्षा की रह भी आसान होगी.
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मिलेगा सालाना 2.20 लाख का पैकेज
उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने बताया कि, ऐसे छात्र परीक्षा पास करने के बाद एचसीएल में निशुल्क रजिस्ट्रेशन कराएंगे. कंपनी ने उन्हें 15 माह तक काम सीखने का अवसर प्रदान करेगी. इसे एवज चयनित छात्र को दस हजार रुपए प्रति माह मिलेंगे. 15 माह बाद यदि वह उच्च शिक्षा में दाखिला चाहेंगे तो उन्हें बिट्स पिलानी द्वारा तैयार किए गए विशेष कोर्स में दाखिला मिल सकेगा. इसमें प्रवेश की आधी फ़ीस एचसीएल देगा. प्रवेश लेते ही छात्र का सालाना 2.20 लाख का पैकेज हासिल हो जाएगा. इस तरह पढ़ते-पढ़ते ही वह कमाई कर सकेगा.
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सरकार का कहना है कि, इस योजना के विस्तार के लिए निजी क्षेत्रों के माध्यम से इस तरह के और भी टाईअप किए जा रहे हैं. राजकीय विद्यालयों की स्थिति सुधारने के लिए उन्होंने पुरा छात्रों को आगे लाने के लिए मुहीम शुरू की है. साथ डा. शर्मा ने बताया कि, प्रदेश में कौशल विकास केंद्र द्वारा बनाए जा रहे. साथ ही 2700 विकास केंद्रों को सीधे राजकीय विद्यालयों से लिंक किया जाएगा.
कौशल विकास के लिए बनेगा एप
डा. शर्मा ने कहा, सरकार एक ऐसा एप भी विकसित कर रही है जो 15 किमी दूर केंद्रों को छात्र के मोबइल से जोड़ेंगे. साथ ही, यूपी बोर्ड में अगले सत्र से कौशल विकास को भी पाठ्यक्रम से जोड़ा जाएगा. हलाकि, इसके नंबर परीक्षा परिणाम में नहीं जुड़ेंगे. इसमें छात्रों को ग्रेडिंग दी जाएगी.
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