इटावा (Etawah) जिले के बकेवर थाना क्षेत्र के दादरपुर गांव में जातिगत हिंसा का शर्मनाक मामला सामने आया है। कानपुर निवासी यादव समुदाय से आने वाले कथा वाचक मुकुट मणि सिंह (Mukut Mani Singh) को कथित रूप से गांव के कुछ ब्राह्मणों द्वारा अपमानित किया गया। घटना 22 जून की है, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर सामने आया है। वीडियो में कुछ लोग कथावाचक और उनके साथी के साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं।
जाति पूछकर किया हमला
कथा वाचक मुकुट मणि का आरोप है कि भागवत कथा के आयोजन के पहले ही दिन, भोजन करते समय आयोजनकर्ता पप्पू बाबा ने उनकी जाति पूछी। यादव बिरादरी से होने की जानकारी मिलने पर उन्हें कथित तौर पर दलित करार दिया गया और कहा गया कि ब्राह्मणों के गांव में कथा कहने की हिम्मत कैसे की। इसके बाद 50 से अधिक लोगों ने मिलकर कथावाचक और उनके साथी के साथ मारपीट की, उनका सिर मुंडवा दिया और गांव की एक महिला के पैर पर जबरन नाक रगड़वाई।
अपमान की हदें पार
मुकुट मणि सिंह के अनुसार, उन्हें लात-घूंसों से पीटा गया और गांव के बच्चों, महिलाओं और पुरुषों के जूतों पर सिर रखकर माफी मंगवाई गई। कथावाचक का आरोप है कि उनसे 25,000 नकद और एक सोने की चेन भी छीन ली गई। उनका हारमोनियम तोड़ दिया गया और साइकिल के पंप से हवा भरवाकर अपमानित किया गया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद उन्हें गांव से भगा दिया गया और उनका सामान भी जब्त कर लिया गया।
चार आरोपी गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलते ही मुकुट मणि सिंह ने सपा सांसद जितेंद्र दोहरे के साथ एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव से मुलाकात कर न्याय की मांग की। SSP ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। अब तक चार नामजद आरोपियों आशीष (21), उत्तम (19), प्रथम उर्फ मनु (24) और निक्की (30) को गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपी दादरपुर गांव के रहने वाले हैं।
पुलिस का सख्त रुख
SSP श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसी घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है और जल्द ही अन्य दोषियों को भी हिरासत में लिया जाएगा। इस घटना ने क्षेत्र में सामाजिक सौहार्द को गहरी चोट पहुंचाई है और प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती रख दी है।