आज का दिन यूपी पुलिस के लिए बेहद ही चुनौती भरा होने वाला है। दरअसल, जहां एक तरफ जुमे की नमाज के बाद बीते दो हफ्तों से यूपी के कई शहरों में जमकर बवाल हो रहा है। वहीं दूसरी तरह गुरुवार दोपहर से केंद्र सरकार की स्कीम अग्निपथ का भी जमकर विरोध हो रहा है। इसी के चलते आज यानी कि शुक्रवार को प्रदेश पुलिस ने कमर कस के तैयारी कर ली है। पुलिस प्रशासन किसी भी कीमत पर इस बार माहौल को संभाल कर रखना चाहता है। इसके लिए गुरुवार शाम ही एसीएस होम अवनीश अवस्थी और डीजीपी डीएस चौहान ने एक वीडियो कांफ्रेंस से मीटिंग बुलाई थी। जिसमे साफ तौर पर प्रदेश भर के एसपी और एसएसपी को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।
इन जिलों में पुलिस फोर्स तैनात
जानकारी के मुताबिक, वैसे तो उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में अलर्ट है लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर, बदायूं, संबल, बरेली, मुरादाबाद और अलीगढ़ में खास निगरानी रखी जा रही है। सूत्रों का कहना है कि किसी तरह की हिंसा एवं अप्रिय घटना से निपटने के लिए राज्य में 10 गुना फोर्स की तैनाती हुई। संवेदनशील जिलों में पीएसी, आरएएफ और क्यूआरटी की तैनाती हुई है। वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ में भी पुलिस अलर्ट मोड पर है। पुलिस लगातार कई शहरों में फ्लैग मार्च भी कर रही है।
अतिरिक्त फोर्स तैनात
इतना ही नहीं गुरुवार को ही यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 17.06.22 को जुमे की नमाज़ को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु धर्मगुरुओं एवं सिविल सोसाइटी के सदस्यों से संवाद स्थापित कर अपेक्षित सहयोग प्राप्त किया गया है। इसके अतिरिक्त क़ानून व्यवस्था हेतु 132 कम्पनी PAC एवं 10 कम्पनी CAPF/RAF को तैनात किया गया है। एडीजी ने ये भी बताया कि पुलिस की टीमें लाउडस्पीकरों से लोगों को सतर्क रहने के आदेश जारी करेगी।
दिनांक 17.06.22 को जुमे की नमाज़ को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु धर्मगुरुओं एवं सिविल सोसाइटी के सदस्यों से संवाद स्थापित कर अपेक्षित सहयोग प्राप्त किया गया है।इसके अतिरिक्त क़ानून व्यवस्था हेतु 132 कम्पनी PAC एवं 10 कम्पनी CAPF/RAF को तैनात किया गया है
श्री प्रशांत कुमार
एडीजी एलओ pic.twitter.com/HARlt63Rd3— UP POLICE (@Uppolice) June 16, 2022
ड्रोन से हो रही निगरानी
वहीं दूसरी तरफ संवेदनशील स्थानों ड्रोन से निगरानी की जा रही है।जिससे अगर उपद्रव के हालात बनते हैं तो उपद्रवियों वीडियो से पहचाना जा सके। मस्जिदों के बाद पुलिस के आलावा आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स ) के जवान भी तैनात किए गए हैं। पुलिस ने किसी भी मस्जिद के बाहर और किसी भी तरीके के प्रदर्शन की अनुमति प्रदान नहीं की है। बता दें कि गुरुवार को भी अग्निपथ योजना को लेकर प्रदेश के कई जिलों में बवाल हुआ था। जिसके बाद पुलिस आज पहले से ज्यादा सतर्क हो गई है।
मेरठ एडीजी ने दी जानकारी
सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल ने बताया कि मेरठ जोन के सभी आठ जिलों के पुलिस अधीक्षकों से बैठक की जा चुकी है। सभी को मेरठ जोन की तरफ से पर्याप्त फोर्स मुहैया करा दी गई है, जिसमें 12 कंपनी पीएसी और आरएएफ दी गई है। सभी संवेदनशील इलाको मे ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी। पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। साथ ही सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक फोर्स के साथ सड़कों पर उतरकर शहर और गांवों की स्थिति का जायजा लेंगे। कानून का उल्लंघन करने पर तत्काल गिरफ्तारी के आदेश हैं, किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
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