‘धर्म खतरे में है, हमें अपने आकाओं के पैगाम का पालन करना है’, ये बोलकर लोगों को बरगलाता था मिनहाज, ATS की पूछताछ में खुलासा

हाल ही में यूपी की राजधानी लखनऊ में गिरफ्तार हुए अलकायदा के आतंकियों से पूछताछ में कई हैरान करने वाले खुलासे हो रहे हैं। बुधवार को ही ये बात सामने आई थी कि आतंकी ई रिक्शा में बम रखकर राजधानी को दलहाने की प्लानिंग में थे। अब आतंकी मिन्हाज जोकि यूपी का सर्वेसर्वा था, उसने खुलासा किया है कि वो कैसे लोगों को अपने साथ शामिल करने के लिए बरगलाता था। इसके लिए धर्म के नाम पर वो लोगों को अपने आकाओं यानी की अलकायदा के जुड़े लोगों की वीडियो दिखाता था।


सैनिकों की शहादत पर मनाते थे खुशी

जानकारी के मुताबिक, मिन्हाज और उसके साथी मसीरुद्दीन से एटीएस की पूछताछ में कई चौंकाने वाले राज सामने आए हैं। अलकायदा से जुड़े उसके आका (उपदेशक) पहले भड़काऊ वीडियो भेजकर ब्रेनवाश करते थे। वह वीडियो मिन्हाज अपने साथियों को दिखाकर उनके अंदर धार्मिक कट्टरता की भावना जगाता था। इसके बाद जब किसी घटना को अंजाम देना होता अथवा उसका प्लान तैयार करना होता तो हैंडलर दूसरा वीडियो संदेश इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भेजते थे। इस तरह इनका पूरा गिरोह चलता था। मिन्हाज वीडियो संदेश के माध्यम से अपनी पूरी प्लानिंग करता।


यू-ट्यूब पर भी वे लोग वीडियो देखते थे। इसके अलावा इंस्टाग्राम और कई अन्य एप का इस्तेमाल करते थे। खुफिया एजेंसियां और एटीएस की टीम मिनहाज के मोबाइल में आए वीडियो संदेश और अन्य डेटा रिकवर करने में जुटी हैं। लखनऊ समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश का सर्वेसर्वा मिन्हाज था। वही लोगों को गिरोह से जोड़ता और अन्य काम देखता था। उसी को अलकायदा के हैंडलर संदेश देते थे। मिन्हाज अपने घर पर गिरोह से जुड़े लोगों को बुलाता था। बैठक करता और पूरी योजना तैयार करता था। ‘धर्म खतरे में है, इसलिए हमारे आकाओं का जो पैगाम है उसे हर हाल में और आखिरी सांस तक पूरा करना हमारी ड्यूटी है। ऐसी बातों से वह गिरोह के लोगों को भड़काता था।


इन सबमें सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि मिन्हाज और उसके साथी जब कश्मीर, श्रीनगर अथवा अन्य स्थानों पर आतंकी आपरेशन में जब कोई भारतीय सेना का जवान शहीद होता तो उस पर खुशी मनाते थे। वहीं, कोई आतंकी मारा जाता तो उसका गम मनाते थे।


ई रिक्शा में रखा जाना था कुकर बम

एटीएस की पूछताछ में ये खुलासा हुआ है कि अल कायदा के आतंकी मिन्हाज और मसीरुद्दीन लखनऊ में बकरीद (ईद उल जुहा) के मौके पर हमला करने की फिराक में थे। दोनों ने जनवरी में ही लखनऊ के इन इलाकों की रेकी की थी। दोनों ने धमाके के लिए एक मंदिर और एक भीड़भाड़ वाले बाजार को तय किया था। साजिश को अंजाम देने के लिए जम्मू कश्मीर से अलकायदा के 2 कमांडर तौहीद और मूसा बुधवार तक लखनऊ पहुंचने वाले थे और इसी शुक्रवार को धमाकों की तारीख और समय  तय करने वाले थे। इस मीटिंग में धमाके के लिए मंगलवार का दिन चुना जाना था क्योंकि इसी दिन बाजारों में सबसे ज्यादा भीड़ होती है। इनका प्लान सैंकड़ों लोगों की जान लेना था।


अलकायदा के अंसार गजवातुल हिन्द से जुड़े दोनों संदिग्ध आतंकियों मिन्हाज अहमद और मसीरुद्दीन से यूपी एटीएस 14 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मे पूछताछ कर रही है। पूछताछ के बाद मिली जानकारी के अनुसार, मिन्हाज अहमद को पिस्टल देने वाला शकील भी यूपी एटीएस के हत्थे चढ़ चुका है। यूपी एटीएस ने शकील को वजीरगंज के बुद्धा पार्क इलाके से दबोचा है।


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