देशभर में ‘आई लव मुहम्मद’ (I Love Muhammad) और ‘आई लव महादेव’ (I love Mahadev)
पोस्टरों को लेकर माहौल गरमा गया है। शुक्रवार की नमाज के बाद मस्जिदों के बाहर मुस्लिम संगठनों ने प्रदर्शन की तैयारी की है, जबकि हिंदू संगठन भी जवाबी मुहिम चला रहे हैं। कई शहरों में तनाव को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए हैं।
जामा मस्जिद और कई शहरों में प्रदर्शन की तैयारी
दिल्ली की जामा मस्जिद के बाहर जुमे की नमाज के बाद भारी भीड़ जुटने की संभावना है। वहीं, कानपुर, लखनऊ और मुंबई जैसे शहरों में भी मुस्लिम संगठनों ने विरोध जताने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि कानपुर में पोस्टर लगाने वालों पर हुई पुलिस कार्रवाई अनुचित है और इससे सांप्रदायिक सौहार्द प्रभावित हुआ है।
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बरेली में तौकीर रजा का आह्वान, प्रशासन अलर्ट
बरेली में मौलाना तौकीर रजा ने इस्लामिया ग्राउंड से कलेक्ट्रेट तक मार्च की बात कही है। हालांकि प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी और धारा 144 लागू कर दी है। सुरक्षा को लेकर एक हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। तौकीर रजा का कहना है कि वे केवल ज्ञापन सौंपना चाहते हैं, लेकिन मुस्लिम समाज की अनदेखी हो रही है।
हिंदू संगठनों का ‘आई लव महादेव’ अभियान
दूसरी ओर, हिंदू संगठनों ने ‘आई लव महादेव’ कैंपेन की शुरुआत कर दी है। मुंबई, वाराणसी और गुजरात समेत कई जगहों पर पोस्टर लगाए जा रहे हैं। मुंबई में गरबा आयोजनों में पोस्टर बांटे जा रहे हैं और महाआरती की तैयारियां भी चल रही हैं। काशी में साधु-संत भी सड़कों पर उतरकर ‘आई लव महादेव’ के नारे बुलंद कर रहे हैं।
सियासी बयानबाजी और प्रशासन की अपील
इस विवाद पर राजनीति भी तेज हो गई है। सपा नेता अबू आजमी ने कानपुर की कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। वहीं बीजेपी विधायक नितेश राणे ने मुंबई का माहौल बिगाड़ने की कोशिश पर सख्त चेतावनी दी है। बढ़ते तनाव के बीच पुलिस और प्रशासन ने सभी समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की है।




















































