‘चुनावी खुजली मिटानी हो तो SIR पर काम करो…’, यूपी भाजपा की बड़ी बैठक, CM योगी बोले- जहां मुस्लिम अधिक, हिंदू वोटर्स के बूथ बदलवाओ

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर पार्टी के सांसदों और विधायकों को सख्त संदेश दिया है। उन्होंने दो टूक कहा कि जिसे चुनावी राजनीति में बने रहना है, उसे SIR में पूरी ताकत झोंकनी होगी। तरुण चुघ ने कहा कि SIR का असर केवल एक चुनाव तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके नतीजे आने वाले 20 साल तक राजनीति की दिशा तय करेंगे। जो नेता अभी SIR का काम ठीक से कर लेगा, वही लंबे समय तक विधायक और सांसद बना रहेगा।

 चुघ की चेतावनी

राष्ट्रीय महासचिव ने साफ कहा कि जिन जनप्रतिनिधियों की चुनाव लड़ने में रुचि नहीं है, वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी को समय रहते जानकारी दे दें।लेकिन, SIR के नाम पर पार्टी के साथ किसी भी तरह की गड़बड़ी या धोखा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेताया कि यह आखिरी मौका है। अभी काम नहीं किया तो दोबारा अवसर नहीं मिलेगा।

चार दिन में पूरी ताकत झोंकने के निर्देश

तरुण चुघ ने कहा कि इस समय नाम जोड़वाने की प्रक्रिया अपेक्षाकृत आसान है। बाद में फॉर्म-6 समेत तमाम औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ेंगी।उन्होंने कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों से कहा कि चार दिन के भीतर पूरी ताकत के साथ SIR में नाम जुड़वाने का काम करें।

100–500 वोट से जीती सीटों पर खतरे की घंटी

तरुण चुघ ने आगाह किया कि जिन विधानसभा सीटों पर जीत का अंतर केवल 100 से 500 वोटों का था, वहां SIR को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है। यदि ऐसे क्षेत्रों में मतदाताओं के नाम कट गए तो विधायकों की हार तय मानी जाएगी।उन्होंने कहा कि अभी से अपने वोट बैंक की सुरक्षा करनी होगी।

योगी ने खोली SIR काम की पोल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संगठन के मंच से कई विधायकों के SIR प्रदर्शन की पोल खोल दी।उन्होंने उन विधानसभा क्षेत्रों की सूची सार्वजनिक की, जहां SIR का काम बेहद कमजोर रहा। इस सूची में, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की लखनऊ कैंट सीट में शिफ्टेड मतदाता अधिक पाए गए, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय की आगरा दक्षिण सीट में बड़ी संख्या में मतदाता मिसिंग मिले।

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में SIR की बैठक

भाजपा ने SIR के दूसरे चरण को मजबूत करने के लिए रविवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित की।इसमें सभी सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी शामिल हुए। कार्यशाला को, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने संबोधित किया।

योगी की 4 बड़ी हिदायतें

1. अधिक से अधिक आपत्तियां दर्ज कराएं

सीएम ने शिफ्टेड, मृतक और लापता मतदाताओं वाले टॉप-25 विधानसभा क्षेत्रों का डाटा सामने रखा।उन्होंने कहा कि कई सीटों पर अभी भी 15–20% नाम गायब हैं, जिन्हें 26 दिसंबर तक जुड़वाया जा सकता है।

2.आपत्ति लगते ही कट जाएगा नाम

सीएम योगी ने कहा कि ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में यदि किसी नाम पर आपत्ति लगाई जाती है, तो बीएलओ तत्काल नाम काट देता है।बाद में शपथ पत्र और दस्तावेज देने पर ही नाम जोड़ा जा सकेगा।

3.मुस्लिम बहुल बूथों पर रणनीति बदलिए

सीएम ने कहा कि जहां एक बूथ पर मुस्लिम वोटर ज्यादा और हिंदू वोटर कम हैं, वहां हिंदू वोटर्स का बूथ परिवर्तन कराया जाए।उन्होंने दावा किया कि मुस्लिम वोटर अधिक संख्या में मतदान करते हैं, जबकि हिंदू वोटर ऐसे बूथों पर कम जाते हैं।

मनकापुर में मृतक दिखाकर गड़बड़ी

सीएम ने आरोप लगाया कि गोंडा की मनकापुर विधानसभा में 3–5% बुजुर्ग मतदाताओं को गलत तरीके से मृतक दिखा दिया गया, जो संभव नहीं है।

SIR पर ढिलाई को लेकर पहले भी जता चुके हैं नाराजगी

शनिवार को यूपी भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने SIR को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की सुस्ती पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि सपा कार्यकर्ता SIR में सक्रिय हैं, जबकि भाजपा के लोग जमीन पर उतना काम नहीं कर रहे।

फॉर्म-7 और फॉर्म-8 की ट्रेनिंग दी गई

कार्यशाला में भाजपा पदाधिकारियों को SIR से जुड़े फॉर्म-7 और फॉर्म-8 भरने का प्रशिक्षण दिया गया। इन फॉर्मों के जरिए ही मतदाता सूची में नाम जोड़ने या हटाने की प्रक्रिया होती है। अब जिलाध्यक्ष अपने-अपने जिलों में इसी तरह की ट्रेनिंग कार्यशालाएं आयोजित करेंगे।