हाल ही में आगरा जिले के थाने में स्थित मालखाने से हुई 25 लाख की चोरी के बाद आईजी आगरा ने सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। अब उन्होंने ये साफ तौर पर निर्देश दिया है कि मालखानों में कितना माल रखा है? कितना पुराना माल है? हेड मोहर्रिर की तैनाती और बंद मालखानों को खुलवाने के लिए कमेटी का गठन तक किया जाएगा। इसके लिए आईजी ने आगरा रेंज के चारों जिलों के पुलिस कप्तानों को लेटर जारी कर दिया है ताकि जल्द से जल्द मामले में कार्रवाई शुरू हो सके।
आईजी ने दिए सख्त निर्देश
जानकारी के मुताबिक, आईजी नवीन अरोड़ा ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि कप्तान ये ध्यान रखें कि मालखानों में रखे माल का सत्यापन कराया जाए। जो मालखाने बंद हैं, उन्हें खोला जाए। उनके माल का सत्यापन कमेटी गठित करके कराया जाए। जहां हेड मोहर्रिर तैनात नही हैं, वहां पर उनकी तैनाती की जाए। पांच लाख से अधिक कैश है तो उसे ट्रेजरी में रखा जाना चाहिए। सोना-चांदी भी ज्यादा होने पर सदर मालखाने में भिजवाया जाए। मालखाने का निरीक्षण कागजों में नहीं होना चाहिए। विशेष तौर पर थाना प्रभारी भी रोजाना मालखाने का निरीक्षण करें। मासिक निरीक्षण अधिकारी करें। इसके लिए आगरा के अलावा मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी के एसएसपी-एसपी को पत्र लिखा गया है।
17 अक्तूबर को हुई थी चोरी
आपको बता दें कि बीते 17 अक्टूबर को थाना जगदीशपुरा के मालखाने के अंदर से चोरी की रिकवरी के दौरान बरामद 25 लाख रुपये चोरी हो गए थे। किरकिरी होने पर एडीजी राजीव कृष्ण ने थाना प्रभारी समेत छः पुलिसकर्मी सस्पेंड किये थे। चोरी के शक में थाने के सफाईकर्मी अरुण बाल्मीकि के पास से 15 लाख रुपये की बरामदगी हुई थी और बुधवार को पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गयी थी। जिसके बाद अब इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है।
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