चुनाव में किए गए अपने वादे के मुताबिक पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री इमरान खान ने खर्च में कटौती की नीति अपनाते हुए प्रधानमंत्री आवास लेने से इनकार कर दिया है। अब वो तीन बेड रूम वाले छोटे से आवास में रहने चले गए हैं। यह आवास सैन्य सचिव का है और यहां महज दो ही नौकर काम करते हैं। जबकि प्रधानमंत्री आवास 524 कर्मचारियों वाला है।
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रविवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में भी उन्होंने कहा था कि वो प्रधानमंत्री आवास में नहीं रहेंगे, बल्कि अपने सैन्य सचिव के तीन बेडरूम वाले आवास में रहेंगे। उन्होंने कहा था कि सरकारी खर्च में कटौती के लिए उन्होंने यह फैसला किया है, क्योंकि मौजूदा प्रधानमंत्री आवास में 524 कर्मचारी तैनात हैं, जिसका खर्च बहुत ही ज्यादा आता है।
इमरान ने अपने संबोधन में कहा था कि वह बनिगाला स्थित अपने आवास में ही रहना चाहते थे, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है, इसलिए वह यहां रह रहे हैं।
इस दौरान इमरान ने देश के आर्थिक हालातों के बारे में भी चर्चा की थी। उन्होंने कहा था कि अपने समूचे इतिहास में देश इतना ऋणग्रस्त कभी नहीं रहा, जितना पिछले 10 साल में हो गया है। देश पर यह कर्ज बढ़कर 28,000 अरब रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि हमारे कर्ज पर जो ब्याज हमें चुकाना है वह इस स्तर तक पहुंच गया है कि हमें अपनी देनदारियों का भुगतान करने के लिये और कर्ज लेना होगा।
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