आगरा: जानें दलित 10वीं की छात्रा संजलि को जिंदा जलाने की पूरी कहानी, पढ़कर रह जायेंगे दंग

उत्तर प्रदेश के आगरा में बहुचर्चित दलित छात्रा संजलि को जिंदा जलाने के मामले में बड़ा खुलासा सामने आया. आगरा के लालऊ गांव में 18 दिसंबर को 10वीं की छात्रा संजलि को जिंदा जलाकर मार दिए जाने की घटना का पुलिस ने 8वें दिन मंगलवार को खुलासा कर दिया. छात्रा की मौत के बाद खुदकुशी कर लेना वाला उसका तहेरा भाई योगेश ही मास्टरमाइंड निकला.

 

दरअसल मलपुरा के लालऊ में 8 दिन पहले मंगलवार को 15 वर्षीय संजली पेट्रोल डालकर जला दी गई थी. 36 घंटे बाद उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया था. सनसनीखेज वारदात में शामिल आरोपितों के पकड़े जाने के बाद मंगलवार को पुलिस ने इसका पर्दाफाश किया.

 

एक तरफ़ा टूटकर प्यार करता था तहेरा भाई योगेश 

संजलि मामले पर प्रेस वार्ता करते समय जब पुलिस ने इसका खुलसा किया तो सभी के होश उड़ गए. संजलि की दलित होने या प्रदेश की क़ानून व्यवस्था लाचार होने के कारण नहीं बल्कि उसके ही तहेरे भाई योगेश ने ही उसकी हत्या की पूरी साजिश रची थी. प्यार इस हद तक करता था कि संजलि को झूंठा प्रमाणपत्र देकर साइकिल गिफ्ट कर दी. उसे या उसके परिवार वालों को शक न हों इसलिए प्रतियोगिता की बात की झूंठी कहानी बनायी.

 

तुम भाई कहलाने के लायक नहीं हो

वहीँ दूसरी तरफ संजलि योगेश को भाई समझकर चीजों  को हलके में लेती रही, और तभी उसने कुछ दिनों तक योगेश की नीयत पर संदेह नहीं किया. कुछ दिनों बाद संजलि ने योगेश को भांप लिया और उससे दूरियां बनानी शुरू कर दीं. संजलि के बर्ताव में बदलाव देखकर योगेश बौखला गया और जबरदस्ती उसे कॉल और व्हाट्सएप करने लगा. इस दौरान संजलि ने व्हाट्सएप पर मैसेज करके लिखा कि “तुमने भाई की मर्यादा तोड़ी है. तुम भाई कहलाने के लायक नहीं हो”

 

योगेश ने किया पिता पर हमला, संजलि ने लिखा लूज़र 

वहीं दूसरी तरफ योगेश को ये बातें नागवार गुजरी और वो एकदम से बौखला गया. इसके बाद योगेश ने संजलि ने को सबक सिखाने की ठान ली. बदले की आग में जल रहे योगेश ने 23 नवंबर को संजली के पिता हरेंद्र पर मलपुरा नहर के पास हमला कराया. अंजलि समझ चुकी थी कि यह हमला योगेश ने ही करवाया है, उसने तुरंत योगेश को मैसेज लिखा ‘लूज़र’ बोला.

 

योगेश ने ऐसे रची हत्या की साजिश 

संजलि का मैसेज पढ़कर योगेश और बौखला गया. इसके बाद उसने संजली को जिंदा जलाने की साजिश रचनी शुरू कर दी. इसमें उसने अपने ममेरे भाई कलवारी निवासी विजय और उसके रिश्तेदार आकाश को भी 15-15 हजार रुपये का लालच देकर साथ लिया. 18 दिसंबर को दोनों को फोन कर 10.30 बजे ही मलपुरा में बुला लिया.

 

संजलि पहचान न ले इसलिए वह खुद खेरागढ़ में भिलावली निवासी अपने दोस्त की सफेद अपाचे बाइक ले आया और अपनी बाइक दोस्त के ही घर खड़ी कर आया। स्कूल की छुट्टी होने तक पूरा इंतजाम कर लिया और रेकी के लिए अपने ममेरे भाई विजय को लगाया. 1.30 बजे बाद संजली जब स्कूल से निकली तो वह पीछे लग गया. काले रंग की पैशन प्रो बाइक पर विजय अलग चल रहा था. जबकि सफेद रंग की अपाचे बाइक को आकाश चला रहा था और योगेश पीछे बैठा था. योगेश ने पहले चेहरा रुमाल से बांधा और फिर हेलमेट लगा लिया था. जबकि आकाश ने स्वेट शर्ट का हुड सिर पर लगाकर चेहरा रुमाल से बांध लिया था.

 

संजली के पास पहुंचते ही योगेश ने आकाश को पैर मारकर बाइक रोकने का इशारा दिया. बराबर से ही योगेश ने बोतल से पेट्रोल संजली के ऊपर डाल दिया और पैंट से लाइटर निकालकर आग लगा दी. इसके बाद दोस्त के घर जाकर अपनी बाइक लेकर योगेश घर चला गया और विजय, आकाश घटनास्थल पर होते हुए आगरा की ओर आए.

 

वहीँ इस पूरे मामले में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल लिया है. उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त दोनों बाइक, जले हुए कपड़े, हेलमेट और बैग बरामद कर लिया है. पुलिस ने इस मामले में आगे की कार्यवाई शुरू कर दी है.

 

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