सहारनपुर के देवबंद से एटीएस की गिरफ्त में आए संदिग्ध आतंकियों शहनवाज तेली और आकिब अहमद मलिक से रविवार को डीजीपी ओपी सिंह ने चार घंटे तक पूछताछ की. डीजीपी ओपी सिंह आतंकियों से पूछताछ करने यूपी एटीएस के दफ्तर पहुंचे और वहां दोनों आतंकियों से बारी-बारी से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान आतंकी शाहनवाज़ और आक़िब ने बताया कि कश्मीर में बैठे उनके आका जल्द से जल्द किसी बड़ी घटना को अंजाम देने का दबाव बना रहे थे. इसके लिए वे यूपी में बड़ी वारदात करने की तैयारी में जुटे हुए थे उन्होंने हथियारों की मूवमेंट का प्लान भी तैयार कर लिया था इसे कश्मीर से लाने की तैयारी थी .
देवबंद से पकड़े गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी यूपी में बड़ी वारदात करने की तैयारी में जुटे हुए थे उन्होंने हथियारों की मूवमेंट का प्लान भी तैयार कर लिया था इसे कश्मीर से लाने की तैयारी थी आतंकियों शहनवाज तेली और आकिब अहमद मलिक से रविवार को डीजीपी ओपी सिंह ने 4 घंटे तक पूछताछ की इसमें यह बात सामने निकल कर आई कि आतंकियों ने कई नई जानकारियां भी दी है जम्मू कश्मीर के डीजीपी को भेजी गई है.
आतंकियों ने पूछताछ में बताया कि दोनों आतंकियों को पाकिस्तान में बैठे हैंडलर से निर्देश मिल रहे थे उन्हें यूपी को दहलाने की जिम्मेदारी दी गई थी. कुछ महानगरों में बड़े फिदायीन हमले को टास्क मिला था, इसके लिए पश्चिमी यूपी के युवकों को फिदायीन के रूप में भर्ती करने का प्रयास किया जा रहा था. पाकिस्तान में तैयार को को प्रोपेगैंडा वीडियो व लिट्रेचर से उन्हें बरगलाया जाना था. कश्मीर में बैठे जैश के मददगारों के हथियार सप्लाई के आश्वासन पर आतंकियों ने अपना मूवमेंट तेज कर दिया था. जल्दी में हथियारों की डिलीवरी लेने के लिए कश्मीर जाने वाले थे.
आतंकियों शाहनवाज तेली और आकिब अहमद मलिक ने बताया कि उनकी बातचीत का जरिया ब्लैकबेरी मैसेंजर और जीबी व्हाट्सएप था. इसके जरिए दोनों अपने हैंडलर व साथी आतंकियों के संपर्क में रहते थे. जीबी वाट्सएप नकली है और इसका सर्वर पाकिस्तान में है. इसे ईमेल के जरिए भेजे गए लिंक पर क्लिक करके डाउनलोड किया जा सकता है. उधर आतंकियों के फोन की जांच के दौरान उनमें पाकिस्तान के कुछ नंबर मिले हैं.
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