गौरतलब है कि बीते 14 फरवरी को जम्मू-लश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था. जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की पूरी जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. इसके बाद पूरे देश भर में आक्रोश और गुस्से का माहौल बना हुआ है. पाकिस्तान के विरोध के लिए लोग जगह-जगह रैलियां निकालकर प्रदर्शन कर रहे है. बीते रविवार को यूपी की राजधानी लखनऊ के हुसैनाबाद के ऐतिहासिक घंटाघर पार्क में राष्ट्रीय शिया सूफी संघ की ओर से आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय एकता अधिवेशन का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से शिया-सूफी उलमा शामिल हुए. कुरआन शरीफ की तिलावत के बाद कमर वारसी ने मनकुनतो मौला नात शरीफ से अधिवेशन का आगाज किया. इस दौरान शिया-सूफी मुसलमानों ने एकजुट होकर ‘भारत माता की जय’ और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाकर आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद की. पुलवामा के आतंकी हमले में शहीद हुए 40 जवानों को हजारों लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. दोनों समुदाय ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के साथ यूएनओ पर दबाव बनाकर उसको आतंकी राष्ट्र घोषित करने की केंद्र सरकार से मांग की.
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पूरी दुनिया है आतंकवाद का शिकार
राष्ट्रीय एकता अधिवेशन की अध्यक्षता कर शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि पूरी दुनिया आतंकवाद का शिकार है. एक मुसलमान ही दूसरे मुसलमान को इस्लाम के नाम पर कत्ल कर रहा है. जबकि, इस्लाम में किसी बेकसूर की जान लेने की इजाजत नहीं है. हम एकजुट होकर पुलवामा के आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते है, पाकिस्तान ने आतंकवादियों को पनाह दे रखी है. पाकिस्तान के साथ उन लोगों की भी निंदा होनी चाहिए जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, अरब देशों का अधिक पैसा आतंकवाद को फंडिंग करने में खर्च हो रहा है.
दुनिया में आतंकवादियों के 26 ग्रुप
मौलाना आजाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अख्तरुल वासे ने कहा कि पुलवामा हमले में मारे गए शहीदों के कातिलों को बेनकाब कर उनको सजा दिलाना हमारा फर्ज होने के साथ हमपर कर्ज भी है. उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के दिए बयान में 20 जवानों के शहीद होने पर गम का इजहार न करने की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान हमारा मुल्क बाई बर्थ ही नहीं बाई च्वाइस है. पाकिस्तान आतंकी हमले करवा कर हिंदुस्तान की एकता व अखंडता को नुकसान पहुंचाना चाहता है, लेकिन ऐसे समय में हिंदू-मुस्लिम की एकता ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है. अजमेर दरगाह शरीफ कमेटी के चेयरमैन सरवर चिश्ती ने कहा कि दुनिया में आतंकवादियों के करीब 26 ग्रुप है, जो सौ फीसद वहाबी विचारधारा के है. आतंकवादियों को चिंहित कर उनको खत्म करने का समय आ गया है.
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देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा और आक्रोश
राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे यूपी के डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा को संघ के पदाधिकारियों ने मांगों का ज्ञापन सौंपा. डिप्टी सीएम ने ज्ञापन को सरकार तक पहुंचाने के साथ उनकी मांगों को पूरा कराने के लिए गंभीरता से प्रयास करने का विश्वास जताया. दिनेश शर्मा ने कहा कि भारत अशफाक उल्लाह खां का देश है, जो देश के टुकड़े-टुकड़े होंगे का नारा लगाते हैं उन्हें देखना चाहिए लखनऊ क्या है. आज फिर एक बार लखनऊ ने गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश कर आतंक के खिलाफ एकजुट होकर आवाज बुलंद की है. आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, जिस तरह आतंकवादियों ने पुलवामा में हमला कर भारतीय सैनिकों को शहीद किया उससे पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश है. हमें खुशी है कि आज हर भारतीय एक स्वर में देश के साथ खड़ा है. दुश्मन ताकतें देशवासियों को बांटने की कोशिश कर रही हैं, हम अपनी एकजुटता से उनको नाकामयाब कर सकते हैं.
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पूरे देश में मातम का माहौल, मजहब को बदनाम कर रहे आतंकी
इमाम काउंसिल के अध्यक्ष उमैर इल्यासी ने कहा कि आज पूरे देश में मातम का माहौल है. इस्लाम के नाम पर आतंकवाद फैलाकर आतंकी न केवल मजहब को बल्कि मुसलमानों को बदनाम कर रहे हैं. इसलिए देश की हर मस्जिदों से आतंकवादियों के खिलाफ आवाज उठनी चाहिए. स्वामी सारंग ने कहा कि देश का हर नागरिक हिंदुस्तानी है. हम गांधी जी को भी मानते हैं और चंद्रशेखर आजाद को भी. इसलिए पाकिस्तान को अब उसकी ही जबान में सबक सिखाना होगा. इस मौके पर मौलाना हुसैन मेंहदी हुसैनी, मौलाना मोहसिन तकवी, शाह सैयद जिया अलवी, हसनैन बकाई, सैयद कामरान चिश्ती, सैयद फराज अहमद व सैयद गुलाम बिकरिया सहित देश की कई खानखानों के सज्जादानशीन व उलमा शामिल रहे.
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