उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हनुमान जी को कथित रूप से दलित बताने वाले बयान पर उठा सियासी तूफान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. ताजा मामला यूपी के मुज़फ्फरनगर का है, जहां जिले के हनुमान चौक स्थित हनुमान मंदिर पर वाल्मीकि क्रांति दल के अध्यक्ष दीपक गंभीर ने दलित समाज के लोगों के साथ मंदिर पहुंचे, तथा पहुंचकर मंदिर के पुजारी को धमकाकर भगा दिया और मंदिर पर कब्ज़ा कर लिया.
इसके बाद उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू की. इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने मंदिर के बाहर अपना बैनर भी लगा दिया जिसपर ‘दलित हनुमान मंदिर’ लिखा हुआ है. उधर, सूचना मिलते ही इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाला और दलितों को किसी तरह समझा-बुझाकर मंदिर से बाहर निकाला.
शहर में तनाव की स्थिति बनी हुई है. स्थिति को देखते हुए पुलिस अलर्ट हो गयी है. जानकरी के मुताबिक़ मंदिर की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है.
बता दें, अभी हाल ही में भीम आर्मी के संस्थापक ने चंद्रशेखर ने दलित समुदाय के लोगों को भड़काते हुए कहा था कि दलित हनुमान मंदिरों पर कब्जा करे और दानपात्र में रखी सारी राशि पर कब्जा कर लें.
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दरअसल, सीएम योगी ने अलवर जिले के मालाखेड़ा में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान भगवान हनुमान को लेकर बयान दिया था. सीएम योगी का पूरा भाषण सुनने पर पता चलता है कि उन्होंने कहा था कि बजरंगबली हमारी भारतीय परम्परा में ऐसे लोक देवता हैं, जो स्वयं वनवासी हैं, गिरवासी हैं..इसके बाद योगी रुके और आगे कहा…बजरंगबली ऐसे देवता हैं जो सबको लेकर चलते हैं, दलित, वंचित सबको जोड़ने का कार्य करते हैं, पूरब से पश्चिम को जोड़ने का कार्य करते हैं. हालांकि, वीडियो को गौर से सुनने पर स्पष्ट हो रहा है कि सीएम योगी ने भगवान हनुमान को दलित नहीं कहा था.
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