अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा भारत-अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौते की घोषणा के बाद कांग्रेस (Congress) ने केंद्र सरकार पर तीखा वार किया है। पार्टी ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है जैसे भारत को अपने ही अहम फैसलों की जानकारी अमेरिका के व्हाइट हाउस (White House) से मिलती है, न कि देश के भीतर से।
‘व्यापार समझौता’ या ‘रणनीतिक सौदा’?
कांग्रेस महासचिव और पार्टी के संचार प्रमुख जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने आरोप लगाया कि ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की स्थिति बनाने के लिए एक व्यापारिक समझौते का सहारा लिया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस डील का जिक्र करीब 16 बार कर चुके हैं और अब दावा कर रहे हैं कि यह समझौता कुछ ही दिनों में साइन होने वाला है।
‘ऑपरेशन सदूर’ का जिक्र कर कांग्रेस का कटाक्ष
After repeating 16 times that he used a trade deal as an instrument to bring about a ceasefire between India & Pakistan, President Trump has now announced that such an India-US trade agreement is going to be signed in the next few days. He calls a ‘ very big deal.’ It better be…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) June 27, 2025
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति इसे ‘बहुत बड़ी डील’ बता रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि इस सौदे के चलते भारत में चल रहे रणनीतिक अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अचानक बंद करना पड़ा।
भारत की नीतियों पर बाहरी प्रभाव की आशंका
कांग्रेस नेता ने गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि भारत जैसे लोकतांत्रिक और संप्रभु देश को अपनी विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े फैसलों की सूचना विदेशी नेतृत्व से मिल रही है, तो यह देश की स्वतंत्रता और नीति-निर्धारण प्रक्रिया के लिए चिंताजनक संकेत है।