अपनी फिरकी गेंदों से अच्छे से अच्छे खिलाड़ी को नचाने वाले भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ पहले टेस्ट के शुरुआती दिन तेगनारायण चंद्रपॉल (Tegnarayan Chandrapaul) को आउट कर अपने शानदार टेस्ट करियर में पिता और पुत्र दोनों के विकेट लेने का दुर्लभ गौरव हासिल किया।
अश्विन ने इस दौरान टेस्ट पारी में 33वीं बार पांच विकेट लिये और उन्होंने इस दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (टेस्ट, एकदिवसीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय में मिला कर) में 700 विकेट पूरे किये। वह अनिल कुंबले (956) और हरभजन सिंह (711) के बाद इस उपलब्धि को हासिल करने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज है।
अश्विन ने 2011 में नई दिल्ली में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने इस मैच में तेगनारायण के पिता शिवनारायण चंद्रपॉल (Shivnarayan Chandrapaul) को आउट किया था। बारह साल पहले हुए उस टेस्ट मैच की दूसरी पारी में अश्विन ने सीनियर चंद्रपॉल को पगबाधा (एलबीडब्ल्यू) किया था।
इस मैच से पहले टेस्ट में 474 विकेट लेने वाले अश्विन ने बुधवार को युवा बल्लेबाज तेगनारायण को अपनी फिरकी में फंसा कर बोल्ड किया। इस कारनामे के बाद वह अपने करियर के दौरान पिता और पुत्र दोनों को आउट करने वाले विश्व क्रिकेट के पांचवें गेंदबाज बन गए।
इस सूची में शामिल पांच गेंदबाजों में से तीन ने शिवनारायण और तेगनारायण चंद्रपॉल को आउट किया है। अश्विन से पहले पिता-पुत्र की इस जोड़ी को ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क और दक्षिण अफ्रीका के ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर ने आउट किया है।
यह उपलब्धि हासिल करने वाले अन्य दो गेंदबाज इंग्लैंड के ऑलराउंडर इयान बॉथम और पाकिस्तान के दिग्गज वसीम अकरम हैं। इन दोनों दिग्गजों ने न्यूजीलैंड के पिता पुत्र की जोड़ी लांस और क्रिस केर्न्स को आउट किया था।
अश्विन ने दिन के दूसरे सत्र में अल्जारी जोसेफ (चार) को आउट कर अंतरराष्ट्रीय में अपने विकेटों की संख्या को 700 तक पहुंचाया। इस ऑफ स्पिनर के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 271 मैच और 351 पारी में 702 विकेट हो गये है जिसमें से उन्होंने अब तक 479 विकेट टेस्ट में चटकाये हैं।
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