उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक फर्जी ट्विटर अकाउंट बनाने का मामला उजागर हुआ है. इस ट्विटर अकाउंट में सीएम योगी की फोटो का इस्तेमाल किया गया है. पिछले 2 साल से इस फर्जी अकाउंट पर कई विवादित और आपत्तिजनक पोस्ट शेयर किए गए हैं. हाईकोर्ट के एक अधिवक्ता की शिकायत पर कैंट पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ जालसाजी वह आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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सीएम के रियल नाम से बनाया फर्जी अकाउंट
थाने में दर्ज केस के अनुसार जालसाज ने मार्च 2017 में ट्विटर पर अजय सिंह विष्ट के नाम से फर्जी अकाउंट बनाया. जिसकी डीपी (डिस्प्ले पिक्चर) पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर लगा दी. हैंडलर ने 2 साल में इस फर्जी अकाउंट से कई आपत्तिजनक पोस्ट शेयर किए.
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हाई कोर्ट के अधिवक्ता ने डीजीपी को दी जानकारी
3 दिन पहले हाईकोर्ट के अधिवक्ता अंबुज श्रीवास्तव की नजर इस अकाउंट पर पड़ी. उन्होंने ट्विटर के जरिए इसकी जानकारी डीजीपी के साथ ही अन्य अधिकारियों को दी. एसएसपी के निर्देश पर कैंट पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ जालसाजी और आइटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया है. प्रभारी निरीक्षक कैंट रवि राय ने बताया कि फर्जी अकाउंट को बंद करा दिया गया है. साइबर सेल की मदद से एकाउंट बनाने और हैंडल करने वाले के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.
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