India-China Tension: पीछे हटने का वादा कर वापस लौटे चीनी सैनिक, ऐसे दिया धोखा

भारतीय सेना और चीन India China Standoff के बीच कल गलवान घाटी (Galwan Valley) में हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं और भारतीय सेना ने इसकी पुष्टि कर दी है. हालांकि इस झड़प में कोई गोली नहीं चली है लेकिन संघर्ष इतना खूनी था कि भारत को अपने 20 अनमोल सैनिकों की शहादत सहनी पड़ी. साफ तौर पर चीन ने वादाखिलाफी की है और विदेश मंत्रालय के बयान से ये साफ है कि लाइन ऑफ एक्शन कंट्रोल (LAC) पर जो यथास्थिति थी, चीन उसे बदलना चाहता था.


दरअसल, भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव करीब डेढ़ महीने से जारी था. इस दौरान दोनों देशों के अधिकारी शांति स्थापित करने की ओर समर्पण जाहिर करते रहे लेकिन चीन अपने दूसरे मंसूबे भी छिपा नहीं रहा था. चीनी मीडिया सरहद पार युद्धाभ्यास की तस्वीरें शेयर कर रहा था. इन तस्वीरों के सहारे चीन जो इशारा दे रहा था, सेनाएं हटाए जाने की सहमति जताने के बाद उसने वही किया. पहले पीछे हटने का दिखावा और फिर अचानक हमला.


पीछे हटने को चीनी सेना ने जताई थी सहमति

बता दें कि 6 जून को चीन और भारत के बीच मेजर जनरल रैंक लेवल की बातचीत हुई थी जिसमें सीमा पर शांति बनाए रखने और यथास्थिति बनाए रखने पर सहमति बनी थी. भारत की ओर से कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू चीनी पक्ष से सेनाएं हटाए जाने को लेकर बीतचीत में शामिल थे. वे झड़प के एक घंटे पहले तक चीनी सेना से बात कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक सोमवार सुबह हुई बातचीत के बाद सहमति बनाई गई थी कि चीनी सेना भारतीय क्षेत्र से हट जाएगी.


अचानक भारी संख्या में वापस लौटे चीनी जवान

कमांडिंग ऑफिसर करीब 50 जवानों की पार्टी के साथ स्टैंडऑफ पॉइंट का जायजा लेने गए थे। वह यह देख रहे थे कि वादे के मुताबिक चीनी सैनिक वापस गए हैं या नहीं लेकिन चीन ने एक बार फिर चालबाजी की. भारतीय सेना जब LAC के इस ओर अवैध रूप से बनाए चीनी ढांचे तोड़ रही थी, तभी बड़ी संख्या में चीनी टुकड़ी वापस आ धमकी. मीडिया रिपोर्ट मुताबिक करीब 250 चीनी सैनिक पट्रेल पॉइंट 14 पर जमा हो गए.इन लोगों को भारतीय जवानों ने भारत की सीमा में घुसने से रोका.


इसके बाद भारतीय सेना और चीन के सैनिकों के बीच टकराव शुरू हो गया जिसमें चीन के सैनिकों ने भारतीय दल पर डंडों, पत्थरों और नुकीली चीजों से हमला कर दिया. इस टकराव में कर्नल संतोष बाबू, हवलदार पालानी और सिपाही कुंदन झा समेत 20 सैनिक घायल हो गए. भारतीय सेना ने आज आरंभिक जानकारी में कहा था कि तीन सैनिकों की जान गई है.


भारतीय सेना पर चीनी सैनिकों ने हमला किया

सूत्रों के मुताबिक यह बातचीत गलवान घाटी के पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 के निकट चल रही थी, जब भारतीय सेना पर चीनी सैनिकों ने हमला किया. भारत ने भी जवाब दिया जिसके चलते चीन के भी 43 सैनिक हताहत हुए हैं. एएनआई के मुताबिक चीन के 43 सैनिक हताहत हुए हैं लेकिन चीन की तरफ से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.


सूत्रों के मुताबिक यह टकराव करीब 3 घंटे तक चला. अब भारतीय सेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि 20 में से 17 सैनिक बेहद गंभीर रूप से घायल थे और हिंसक झड़प के बाद इन्हें वापस लाया गया. पहले 3 जवानों की शहादत की खबर थी फिर 17 जवानों ने दम तोड़ दिया जिसकी वजह से शहीद सैनिकों की संख्या 20 तक पहुंच गई.


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