UP की पहली महिला पुलिस कमिश्नर IPS लक्ष्मी सिंह ने संभाला नोएडा का चार्ज, जिले की कानून व्यवस्था को लेकर कही बड़ी बात

 

और इसी के साथ उत्तर प्रदेश की पहली महिला पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने नोएडा जिले का कार्यभार आज संभाल लिया है। जी हां, हाल ही में चली तबादला एक्सप्रेस में नोएडा जिले के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को उनके पद से हटा दिया गया था। जिसके बाद लखनऊ आईजी रहीं लक्ष्मी सिंह को नोएडा की जिम्मेदारी दी गई है। आज यूपी पुलिस की लेडी सिंघम कही जाने वाली आईपीएस लक्ष्मी सिंह ने अपनी नई जिम्मेदारी संभाल ली है। चार्ज लेने के बाद नोएडा के सेक्टर-108 स्थित पुलिस कमिश्नरेट ऑफिस पर पत्रकारों से वार्तालाप की और कहा जिले की कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।

गिनाई अपनी प्राथमिकताएं

जानकारी के मुताबिक, महिला आईपीएस लक्ष्मी सिंह ने चार्ज संभालने के बाद नोएडा के सेक्टर-108 स्थित पुलिस कमिश्नरेट ऑफिस पर आयोजित सम्मेलन में जिले के पत्रकारों के साथ बात की। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी इस क्षेत्र में कार्य किया है और वह भली-भांति जानती है कि क्या परेशानियां है ? इसके साथ ही यूपी की व जिले की पहली महिला कमिश्नर होने के बतौर उन्होंने कहा कि जिले के 10 प्रस्तावित थाने है। उन सभी थाना भवनों का निर्माण कराना प्राथमिकता होगी।

आगे उन्होंने कहा कि नोएडा प्राधिकरण के साथ पहले से बेहतर रिश्ते बनाकर और आमजन को सुरक्षित माहौल दे सकें ऐसा पर्यास किया जाएगा। इसके साथ ही नोएडा एक ऐसा शहर है जो अत्याधुनिक संसाधनों से लैस है। इसलिए इस शहर में होने वाली आपराधिक वारदात का असर देश ही नहीं विदेशों में भी जाता है। मैं अपनी पूरी टीम के साथ स्वयं रणनीति बनाकर हरेक विभागों के साथ बेहतर रिश्ते बनाने का प्रयास करूंगी क्योंकि हमारा प्रयास सिर्फ आमजन को सुरक्षित माहौल देना है। इन सभी बातों को स्थापित करने के लिए सिर्फ संवाद ही आवश्यक है।

उदाहरण के तौर पर बात करें तो कोई पुलिसकर्मी किसी क्षेत्र में मौजूद है तो उसके आस-पास के 200 मीटर की दूरी पर किसी प्रकार का अपराध नहीं होना चाहिए, यही बेहतर पुलिसिंग की पैमाना है। सिंह ने आगे कहा कि जिले के तमाम पुलिसकर्मियों को और प्रभावशाली बेहतर संसाधन दिलाने के साथ सभी प्राथमिकताएं शामिल है और शहर के आमजन को आश्वस्त किया कि यहां सिर्फ कानून का साम्राज्य रहेगा।

कौन हैं आईपीएस लक्ष्मी सिंह?

एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से मशहूर आईपीएस लक्ष्मी सिंह अपनी कार्यशैली की वजह से काफी चर्चित है। लक्ष्मी सिंह 2000 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। इन्हें सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस अकेडमी हैदराबाद में ट्रेनिंग के दौरान बेस्ट प्रोबेशनर घोषित किया गया था। यही नहीं प्रधानमंत्री की तरफ से उन्हें सिल्वर बेटन और गृह मंत्रालय की तरफ से उन्हें नौ एमएम की एक पिस्टल पुरस्कार में दी गई थी। लक्ष्मी सिंह को ‘मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक’ से भी सम्मानित किया जा चुका है।

इन जिलों में रहीं तैनात

बता दें कि आईपीएस लक्ष्मी सिंह जिस-जिस जिले में भी रहीं, वहां माफियाओं, बदमाशों और इनामी अपराधियों के लिए हमेशा सिर दर्द बनी रहीं। वाराणसी, चित्रकूट, गोंडा, फर्रुखाबाद, बागपत, बुलंदशहर में उन्होंने एसपी/एसएसपी के पद पर रहते हुए माफिया और संगठित अपराध के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। इसके अलावा, जनशिकायतों के निस्तारण और पुलिस कर्मियों की समस्याओं के निवारण में अहम भूमिका निभाई।

अगर उनके पति की बात करें तो ईडी के ज्वाइंट डायरेक्टर पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति यानी वीआरएस लेकर राजेश्वर सिंह बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसी विधानसभा चुनाव में 2022 बीजेपी ने योगी सरकार में मंत्री रहीं स्वाति सिंह का टिकट काटकर राजेश्वर सिंह को चुनावी मैदान में उतारा था। राजेश्वर सिंह भी पार्टी के भरोसे पर खरे उतरे और सरोजनीनगर सीट बीजेपी के खाते में डाली थी।

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